निवेशकों के लिए अवसर

इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें?

इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें?

Stock Market Closing: शेयर बाजार जोरदार बढ़त के साथ बंद, सेंसेक्स 700 अंक चढ़कर तो निफ्टी 17,688 पर बंद

Stock Market Closing 1st April 2022: वित्त वर्ष 2022-23 का पहला दिन शेयर बाजार के लिए अच्छा साबित हुआ और सेंसेक्स में आज 800 अंकों की तेजी के साथ इंट्राडे में कारोबार देखा गया.

By: ABP Live | Updated at : 01 Apr 2022 04:01 PM (IST)

Edited By: Meenakshi

Stock Market Closing 1st April 2022: वित्त वर्ष 2022-23 के पहले दिन आज 1 अप्रैल को शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली और सेंसेक्स-निफ्टी ने ऊपरी दायरे में ट्रेडिंग दिखाई. सेंसेक्स में 800 अंकों से ज्यादा की तेजी इंट्राडे ट्रेडिंग में दर्ज की गई और निफ्टी ने 17700 का स्तर भी पार कर लिया था.

कैसे बंद हुआ बाजार
आज के ट्रेडिंग सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 708.18 अंक यानी 1.21 फीसदी की उछाल के साथ 59,276.69 पर जाकर बंद हुआ है और एनएसई का निफ्टी 223.25 अंक यानी 1.28 फीसदी की बढ़त के साथ 17,688 पर जाकर बंद होने में कामयाब रहा.

सेक्टोरियल इंडेक्स
आज फार्मा और हेल्थकेयर इंडेक्स को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरियल इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए हैं. पीएसयू बैंक करीब 4 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए हैं और रियल्टी शेयरों में 2.37 फीसदी की बढ़त देखी जा रही है. निजी बैंक 2.23 फीसदी चढ़े हैं और ऑयल एंड गैस सेक्टर 2.31 फीसदी ऊपर रहे.

टॉप गेनर्स/टॉप लूजर्स
आज निफ्टी के सबसे ज्यादा चढ़ने वाले शेयरों में एनटीपीसी 6 फीसदी उछला है और बीपीसीएल 4.34 फीसदी ऊपर रहा. पावर ग्रिड 3.97 फीसदी चढ़कर बंद हुआ और इंडसइंड बैंक 3.54 फीसदी की मजबूती पर बंद होने में कामयाब रहा. एसबीआई में 3.11 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार बंद हुआ.

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सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर्स
हीरो मोटोकॉर्प में 2.30 फीसदी, टेक महिंद्रा में 0.74 फीसदी और टाइटन में 0.58 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार बंद हुआ. सन फार्मा में 0.57 फीसदी और एसबीआई लाइफ में 0.49 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार बंद हुआ है.

दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने छुआ था 59,400 के करीब का लेवल
आज इंट्राडे कारोबार में सेंसेक्स ने 59,396 का हाई बनाया था और नीचे के कारोबार में 58,450 का लेवल छुआ था. आज सेंसेक्स के 30 में 25 शेयरों में तेजी के साथ कारोबार बंद हुआ और निफ्टी के 50 में से 39 शेयरों में तेजी के साथ ट्रेडिंग बंद हुई. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार में जोरदार बढ़त रही.

कैसे हुई थी आज बाजार की शुरुआत
आज नए वित्त वर्ष के पहले दिन के कारोबारी सेशन की मिलीजुली शुरुआत हुई थी. बीएई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स 37 अंकों की गिरावट के साथ 58530 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 27 अंकों की तेजी के साथ 17436 अंको पर कारोबार की शुरुआत हुई है.

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Published at : 01 Apr 2022 03:39 PM (IST) Tags: NSE Stock Market sensex nifty bse Stocks हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Best Share Market Books In Hindi In 2022 | शेयर मार्किट बुक्स

आज हम इस आर्टिकल में आपको Share Market Books for Beginners in Hindi के बारे में बताएंगे दोस्तों शेयर मार्केट में लोगों की रुचि दिन पर दिन बढ़ती जा रही है और कुछ नए इन्वेस्टर या फिर जो इन्वेस्ट करना चाहते है उनके लिए इसे समझना थोड़ा चुनौती पूर्ण होता है क्योंकि उन्हें शेयर मार्केट के बारे में सही नॉलेज नहीं होती और वो किसी के बहकावे में आकर स्टॉक्स में इन्वेस्ट कर देते है फिर बाद में उनका पैसा डूब जाता है ऐसे में आपको पहले शेयर मार्किट में लर्निंग की जरूरत होती है इसलिए आज हम आपको शेयर मार्केट से जुड़ी Share Market Books In Hindi के बारे में बताएंगे और इन बुक्स को आपको जरूर पढ़ना चाहिए

Best Share Market Books In Hindi

आइए जानते हैं Share Market Books for Beginners in Hindi शेयर मार्केट लर्निंग के लिए बेस्ट बुक्स के बारे में और अगर आपको शेयर मार्केट में नए हैं या फिर आप शेयर मार्केट के बारे में जानना चाहते हैं तो मैं आपको ऐसे ही Best Share Market Books In Hindi के बारे में बताऊंगा

1. The intelligent Investor | द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर

यदि आप शेयर मार्केट के बारे में अच्छे से जानना चाहते हैं तो मैं आपसे सिफारिश करूंगा कि आप द इंटेलीजेंट इन्वेस्टर बुक का चयन करें क्योंकि इस बुक्स में शेयर मार्केट के बारे में एक दम बेसिक से जानकारी दी गई है और यह अब तक की बेस्ट शेयर मार्केट लर्निंग बुक्स भी है और यह बुक शेयर मार्केट की बाइबिल के रूप में जानी जाती है और यह बुक महान इन्वेस्टर बेंजामिन ग्राहम के द्वारा लिखी गई है

Share Market book in hindi

आप इस बुक में शेयर मार्केट की संपूर्ण जानकारी और अपने लाभ को कैसे बढ़ाया जाए और आप अपने इमोशन पर काबू कैसे रखें और फाइनेंस विश्लेषण के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर पायेंगे

Hindi Edition – Buy Now

2. Rich Dad’s Guide to Investing | रिच डैड्स गाइड टू इन्वेस्टिंग

दोस्तों इस बुक को रॉबर्ट कियोसकी द्वारा लिखा गया है और रॉबर्ट कियोसकी एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपनी इन्वेस्टिंग के स्ट्रेटजी के दम पर ना सिर्फ अपनी जिंदगी बल्कि लाखों लोगों की लाइफ में बदलाव लाया है और वह एक महान इन्वेस्टर व बिजनेस कोच भी रह चुके हैं और रॉबर्ट कियोसकी रिच डैड गाइड इन्वेस्टिंग बुक्स के फाउंडर भी है

share market books in hindi


इस बुक में आपको इन्वेस्टिंग करने के बेहतरीन टिप्स व आप अपना रिच माइंडसेट कैसे बना सकते हैं और यह भी जाने को मिलेगा कि अमीर कैसे बना जा सकता है और इस बुक से शेयर मार्केट समझ में पहले बेहतरी होगी

Hindi Edition – Buy Now

3. Intraday Trading Ki Pehchan

यह बुक भी शेयर मार्केट सीखने के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि बहुत से इन्वेस्टर इंट्राडे ट्रेडिंग के द्वारा ही शेयर बाजार में इन्वेस्ट करते हैं और यह जल्दी पैसे कमाने का शेयर मार्किट में अच्छा विकल्प होता है

दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको टिप्स और ट्रिक्स के बारे में पता होना चाहिए क्योंकि जब आपको इनके तरीके के बारे में पता होगा तभी आप इसमें लाभ कमाने के लिए ज्यादा अवसर मिलेंगे और उतना ही पैसे डूबने की संभावना कम होंगी

इस बुक में आपको इंट्राडे ट्रेडिंग और मार्केट सिक्योरिटी के बारे में और इसके अलावा रिस्क कंट्रोल और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट में इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? के बारे में सीखने को मिलेगा

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4. Kaise Stock Market Mein Nivesh Kare

इस बुक को सीएनबीसी आवाज टीवी चैनल द्वारा लांच किया गया है और इस बुक में आपको भारतीय शेयर मार्केट के बारे में ओर अच्छे से समझ पाएंगे क्योंकि इसमें शेयर मार्केट से जुड़ी सारी बातें सारी बुनियादी बातों को सरल व आसान शब्दों में समझाया गया है

इस बुक के द्वारा आप शेयर मार्किट का विश्लेषण करना सीख पाएंगे और किसी स्टॉक में निवेश करने से पहले क्या ध्यान रखना चाहिए इसके अलावा शेयर मार्केट में निवेश के दौरान होने वाली गलतियों कैसे बचे और यह कैसे काम करता है इसके बारे में ओर अच्छे से समझ पाएंगे

Hindi Edition – Buy Now

5. ट्रेडनीति – कैसे बने सफल प्रोफेशनल ट्रेडर

Share Market Books for Beginners in Hindi – यह बुक शेयर बाजार में रूचि रखने वाले व नए इन्वेस्टर के लिए सबसे बेस्ट बुक मानी जाती है क्योंकि यह बुक भारतीय लेखक द्वारा लिखी गयी है और इनका नाम युवराज कलशेट्टी है और इस बुक की खास बात यह भी है कि इसमें आपको एक ही बुक में शेयर बाजार से जुड़ी सारी जानकारी सरल व आसान भाषा में मिल जाएगी जिससे नए इन्वेस्टर को शेयर बाजार से जुड़ी चीजों को समझना बहुत ही इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? आसान हो जाएगा

इस बुक में आप सीखेंगे कि सही स्टॉक को चुनाव व शेयर बाजार के रिस्क को कैसे समझ सकेंगे और सही समय पर स्टॉक चुनना सीखेंगे और इसके अलावा यह भी सीखेंगे फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करे व टेक्निकल एनालिसिस के बारे में भी सीखेंगे

Hindi Edition – Buy Now

6. रिच डैड पुअर डैड

Rich Dad Poor Dad Book In Hindi

दोस्तों यह बुक नए इन्वेस्टर के लिए या फिर जो लोग इन्वेस्ट करना चाहते है उनके लिए यह बुक बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योकि इस बुक में पैसों का मैनेजमेंट करने के लिए अच्छे तरीके बताए गए हैं और इस बुक के लेखक के रूप में सर्वाधिक विख्यात रॉबर्ट कियोसाकी ने पूरे संसार के करोड़ों लोगों से पैसे संबंधी सोच को चुनौती दी और उनके सोचने के नज़रिये को बदल दिया और उन्होंने इस बुक को 1997 में लेखा था रिच डैड पुअर डैड की बुक अंतरराष्ट्रीय बेस्ट सेलर के लिस्ट में शामिल रही है

आप इस बुक को पढ़कर आपको पैसे के समझ अच्छे से आ जाएगी जिससे आप जान पाएंगे कि पैसों को अपने लिए इस्तेमाल करके अमीर कैसे बन सकते है जिससे कि भविष्य में आपको पैसे से संबंधित किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी और इस बुक में फाइनेंस से जुड़ी सारी बातें अच्छे से बताई गई है इसलिए आपको इस बुक को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए

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NOTE – दोस्तों मनी सेविंग हिंदी साइट पर आपको सिर्फ बेस्ट शेयर मार्केट बुक्स के बारे में सजेस्ट किया गया है वो भी सिर्फ एजुकेशनल परपज के लिए उपलब्ध की गयी है जिससे कि आपको Share Market की बेस्ट बुक्स आसानी से उपलब्ध हो पाए

मै आशा करता हूँ कि आपको Best Share Market Books In Hindi इसे आर्टिकल से सम्बंधित जानकरी पसंद आई होगी इस आर्टिकल में बताई गई शेयर मार्किट की सभी बुक्स अच्छे लेखक द्वारा लिखी गयी है आपको इन बुक्स को पढ़ने के बाद शेयर मार्केट की समझ काफी हद तक आ जाएगी

शेयर मार्केट सीखने के लिए बेस्ट बुक कौन सी है?

Ans. 1. द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर, 2. रिच डैड्स गाइड टू इन्वेस्टिंग, 3. ट्रेडनीति,

Cryptocurrency : क्रिप्टो निवेशक कैसे बनाते हैं मार्केट स्ट्रेटजी, क्या होते हैं Pivot Points, समझें

क्रिप्टो ट्रेडिंग इक्विटी और स्टॉक में ट्रेडिंग जैसी ही है. दोनों ही बाजार में निवेशक कुछ पैरामीटर्स के जरिए ओवरऑल ट्रेंड का अनुमान लगाते हैं. इनमें से एक पैरामीटर होते हैं- पिवट पॉइंट्स. निवेशक बाजार में पिछले ट्रेडिंग सेशन में सबसे ऊंचे स्तर, निचले स्तर और क्लोजिंग प्राइस के आधार पर इन पॉइंट्स को कैलकुलेट करते हैं.

Cryptocurrency : क्रिप्टो निवेशक कैसे बनाते हैं मार्केट स्ट्रेटजी, क्या होते हैं Pivot Points, समझें

Crypto Trading में पिवट पॉइंट्स के इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? सहारे इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? ओवरऑल ट्रेंड प्रिडिक्ट किया जाता है.

क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग (cryptocurrency trading) इक्विटी और स्टॉक में ट्रेडिंग जैसी ही है. दोनों ही जोखिम के साथ अनुमानों पर चलती हैं और दोनों ही बाजार में निवेशक कुछ पैरामीटर्स के जरिए ओवरऑल ट्रेंड का इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? अनुमान लगाते हैं और प्रिडिक्शन करते हैं. इनमें से एक पैरामीटर होते हैं- पिवट पॉइंट्स (pivot points). निवेशक बाजार में पिछले ट्रेडिंग सेशन में सबसे ऊंचे स्तर, निचले स्तर और क्लोजिंग प्राइस के आधार पर इन पॉइंट्स को कैलकुलेट करते हैं. इससे अनुमान लगाया जाता है कि निवेश में उनका अगला कदम क्यों होना चाहिए. क्या उन्हें पैसे निकाल लेने चाहिए या निवेश डबल कर देना चाहिए.

पिवट पॉइंट्स क्या होते हैं?

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पिवट पॉइंट का पता तकनीकी विश्लेषण के जरिए लगाया जाता है और इससे बाजार के ओवरऑल ट्रेंड का पता चलता है. सीधे शब्दों में बताएं तो यह पिछले ट्रेडिंग सेशन में सबसे ऊंचे स्तर, निचले स्तर और क्लोजिंग प्राइस का एवरेज यानी औसत आंकड़ा होता है. अगर अगले दिन के ट्रेडिंग सेशन बाजार इस पिवट पॉइंट के ऊपर जाता है, तो कहा जाता है कि बाजार बुलिश सेंटीमेंट यानी तेजी दिखा रहा है, वहीं, अगर बाजार इस पॉइंट से नीचे ही रह जाता है तो इसे बेयरिश यानी गिरावट वाला मार्केट माना जाता है. ऐसे मार्केट में निवेशकों को अपनी रणनीति बदलने की सलाह दी जाती है.

जब पिवट पॉइंट्स के साथ दूसरे टेक्निकल टूल्स को मिलाकर गणना की जाती है, तो इससे उस असेट के बारे में विस्तृत जानकारी के साथ-साथ किसी शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग सेशन में सपोर्ट और रेजिस्टेंट लेवल का पता भी लगता है.

पिवट पॉइंट्स कैसे कैलकुलेट किए जाते हैं?

पिवट पॉइंट कैलकुलेट करने के कई तरीके हैं, लेकिन सबसे आम तरीका फाइव-पॉइंट सिस्टम है. इस सिस्टम में पिछले ट्रेडिंग सेशन के ऊंचे, सबसे निचले स्तर, और क्लोजिंग प्राइस के साथ दो सपोर्ट लेवल और दो रेजिस्टेंस लेवल को लेकर कैलकुलेशन किया जाता है.

पिवट पॉइंट कैलकुलेट करने का समीकरण ये है :

पिवट पॉइंट = (पिछले सत्र का ऊंचा स्तर + पिछले सत्र का निचला स्तर + पिछला क्लोजिंग प्राइस) 3 से विभाजन (/)

सपोर्ट लेवल कैलकुलेट करने का समीकरण :

सपोर्ट 1 = (पिवट पॉइंट X 2) − पिछले सत्र का ऊंचा स्तर

सपोर्ट 2 = पिवट पॉइंट − (पिछले सत्र का ऊंचा स्तर − पिछले सत्र का निचला स्तर)

रेजिस्टेंस लेवल कैलकुलेट करने के लिए समीकरण :

रेजिस्टेंस 1 = (पिवट पॉइंट X 2) − पिछले सत्र का निचला स्तर

रेजिस्टेंस 2 = पिवट पॉइंट + (पिछले सत्र का ऊंचा स्तर − पिछले सत्र का निचला स्तर)

इन समीकरणों से निकली गणनाओं का इस्तेमाल दो रेजिस्टेंस लेवल, दो सपोर्ट लेवल और एक पिवट पॉइंट तय करने के लिए करते हैं. इस सिस्टम से ट्रेडर्स पता लगा सकते हैं कि कहां पर कीमतें प्रभावित हो सकती हैं और बाजार के सेंटीमेंट पर असर डाल सकती हैं.

टाइम फ्रेम

ट्रेडर्स आमतौर पर पिवट पॉइंट्स का इस्तेमाल छोटे टाइम फ्रेम का चार्ट बनाने के लिए करते हैं. या तो ज्यादा से ज्यादा 4 घंटे या फिर कम से कम 15 मिनट का चार्ट बनाया जा सकता है.

पिवट पॉइंट्स कितने तरह के होते हैं?

पिवट पॉइंट पांच तरह के होते हैं. फाइव-पॉइंट सिस्टम में स्टैंडर्ड पिवट पॉइंट (Standard Pivot Point) का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा बाकी चार पिवट पॉइंट्स को- Camarilla Pivot Point, Denmark Pivot Point, Fibonacci Pivot Point और Woodies Pivot Point कहते हैं.

पिवट पॉइंट्स दूसरे इंडिकेटर्स या संकेतकों से अलग कैसे है?

पिवट पॉइंट सिस्टम मौजूदा प्राइस में मूवमेंट पर निर्भक रहने के बजाय, पिछले सत्र के डेटा का इस्तेमाल करता है. इस अप्रोच से ट्रेडर्स को आगे की संभावनाओं का जल्दी पता चलता है और वो इसके हिसाब से स्ट्रेटजी तैयार कर सकते हैं. ये पिवट पॉइंट अगले ट्रेडिंद सेशन तक स्टैटिक यानी स्थिर रहते हैं.

पिवट पॉइंट्स में इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? कमी क्या है?

एक्सपर्ट्स का कहना है कि पिवट पॉइंट्स ज्यादा बेहतर मदद बस इंट्रा-डे ट्रेडिंग में ही करते हैं क्योंकि ये बहुत ही सीधी गणना पर आधारित होते हैं और इस वजग से स्विंग ट्रेडिंग में काम नहीं आ सकते. साथ ही, अगर करेंसी में प्राइस मूवमेंट बहुत ज्यादा होने लगी तो इससे पिवट पॉइंट्स के अनुमान व्यर्थ हो सकते हैं. ऐसे में जब बाजार में ज्यादा वॉलेटिलिटी हो यानी कि ज्यादा उतार-चढ़ाव हो तो निवेशकों को सलाह दी जाती है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें? वो पिवट पॉइंट्स पर भरोसा न करें क्योंकि प्राइस मूवमेंट किसी भी कैलकुलेशन स्ट्रेटजी को धता बता सकता है.

स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे करे? Swing Trading in Hindi

swing trading

आज बहुत सारे लोग शेयर मार्केट कि ओर आकर्षित हो रहे है। एक नए ट्रेडर को हमेशा से ही इंट्राडे और स्विंग ट्रेडिंग को लेकर काफी डाउट रहते है। पिछले पोस्ट में हमने इंट्राडे क्या है, इस विषय पर चर्चा किया था। आज इस आर्टिकल में हम स्विंग ट्राडिंग के ऊपर बात करेंगे। आज इस पोस्ट में हम जानेंगे स्विंग ट्रेडिंग क्या है, स्विंग ट्रेडिंग कैसे करते है ओर भी स्विंग ट्रेडिंग से जुड़ी बातें।

    [संपूर्ण जानकारी]

स्विंग ट्रेडिंग क्या है? Swing Trading in Hindi

लोग इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग को एक ही समझ लेता है। लेकिन दोनों काफी भिन्न है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में आप स्टॉक को intraday में खरीदते है और एक दिन अंदर ही उसे सेल करना होता है।

लेकिन स्विंग में आप स्टॉक को कुछ समय के होल्ड कर पाते है। अगर आप किसी स्टॉक को खरीदकर एक दिन से ज्यादा समय तक होल्ड करते हो तो उसे स्विंग ट्राडिंग कहा जाता है।

अगर आप किसी भी स्टॉक को एक दिन या उससे ज्यादा समय या कुछ हप्ते तक होल्ड करते हो तो उसे स्विंग ट्रेडिंग कहाँ जाएगा।

Swing ट्रेडिंग का अर्थ

सिम्पली अगर हम स्विंग के अर्थ गूगल में सर्च करते है तो इसका अर्थ आता है झोला।

स्विंग ट्राडिंग का अर्थ शेयर मार्किट में स्टॉक के पोजीशन को दर्शाते हैं।

अगर किसी भी स्टॉक खरीदकर एक से ज्यादा दिन portfolio में रखा जाए तो उसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जायेगा।

स्विंग ट्रेडिंग कितने दिनों के लिए किया जाता है?

स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक को कुछ समय के लिए होल्ड किया जाता है। इसमे आप शेयर को एक दिन या उससे ज्यादा समय तक भी होल्ड कर सकते हो। स्विंग ट्रेडिंग में शेयर के होल्डिंग कोई हप्ते तक भी कर सकते हो। और उसी बीच कुछ प्रतिशत प्रॉफिट बुक करके आप square off भी कर सकते हो

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक को कैसे चुने?

दरअशल स्विंग ट्रेडिंग में ज्यादातर लोग स्टॉक सिलेक्शन टेक्निकल एनालिसिस से ही करते है। इसमें fundamental analysis के ज्यादा रोल नही होते। क्योंकि इसमें आपको थोड़े प्रॉफिट ही बूक करना होता है।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक के चुनाव हमेशा nifty 50 या bank nifty से करे। ऐसे स्टॉक के ओर जाए जिसमे ज्यादा मूवमेंट हो। चार्ट को हमेशा सिंपल रखे और ज्यादा indicator से दूर रहे।

हमेशा मार्किट ट्रेंड को फॉलो करें और sideway market से दूर रहे।

स्विंग ट्रेडिंग के कैसे करें?

स्विंग ट्रेडिंग एक तरह का पोसिशनल ट्रेडिंग ही होते है। इसमे स्टॉक को शर्ट टाइम के लिए होल्ड किया जाता है।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक buy आपको डिलीवरी में करना पड़ेगा। इसके लिए आपको पहले किसी भी एक ब्रॉकर के साथ जॉइन होकर डेमेंट अकाउंट क्रिएट करना पड़ेगा। डेमेंट एकाउंट क्रिएट होने के बाद आप वहाँ जाकर स्टॉक आर्डर लगा सकते हो।

इन स्टॉक को आपको delivery पर buy करना पड़ेगा और एक दिन जाने के बाद स्टॉक पोजीशन से हटकर protfolio में चला जायेगा। जिसे आप किसी भी समय exit यानी सेल कर सकते हो।

स्विंग ट्रेडिंग के लाभ

  • यह इंट्राडे ट्रेडिंग के तुलना में कम रिस्क है, क्योंकि इसमें आपको काफी समय मिल जाते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक को एक दिन या कोई हप्तों तक रख सकते हो। यानी कि आपको सारे दिन चाट निकलकर बैठे रहने के जरूरत नही पड़ते।
  • स्विंग ट्रेडिंग को पार्ट टाइम कर सकते है। इसे बिज़नेस या जॉब करें लोग भी कर पाते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग में छोटे – छोटे रिटर्न्स वार्षिक में एक अच्छा रिटर्न्स बन जाता है।
  • स्विंग ट्राडिंग के लिए ज्यादा फंडामेंटल एनालिसिस की जरूरत नही होते। आपको अगर टेक्निकल एनालिसिस आता है तो तब भी आप इससे पैसा बना सकते हो।
  • स्विंग ट्रेडिंग इंट्राडे के तुलना में कम noisy होते है।

स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान

  • अख्शर देखा जाता है कि मार्किट बहुत ज्यादा gap down ओपन होते है। जिससे ट्रेडर को लोस होने के चांस रहते है।
  • इंट्राडे के हिसाब से इसमे बहुत कम रिटर्न्स मिलते है।
  • इंट्राडे के तरह स्विंग में किसी तरह मार्जिन नही मिलते। स्विंग ट्रेडिंग में overnight और वीकेंड रिस्क शामिल रहता है।

Conclusion

अगर एक नए बंदे शेयर मार्केट में निवेश के बारे सोच रहे हो तो उसके लिए स्विंग ट्रेडिंग बेस्ट रहते है। क्योंकि इसमें इंट्राडे के तुलना में कम रिस्क होते है।

तो दोस्तो मुझे उम्मीद है स्विंग ट्रेडिंग क्या है (Swing Trading In Hindi) यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। आर्टिकल पसंद आया है तो हमे कमेंट जरूर करे जिससे हमें अनुप्रेणा मिलते है।

Suraj Debnath

असम के निवासी सूरज देबनाथ इस ब्लॉग के संस्थापक है। इन्होने विज्ञान शाखा में स्नातक किया हुआ है। इन्हें शेयर मार्किट, टेक्नोलॉजी, ब्लोगिंग ,पैसे कमाए जैसे विषयों का काफी अनुभव है और इन विषयों पर आर्टिकल लिखते आये है। Join Him On Instagram- Click Here

Intraday Trading For Beginners – Intraday Trading Kaise Kare In Hindi

दोस्तों अगर आप Intraday Trading करना चाहते है और शेयर मार्केट से पैसा कमाना चाहते हो तो यहाँ हम आपको इंट्रा डे ट्रेडिंग की बेजिक जानकारी देंगे, की इंट्राडे ट्रेडिंग केसे की जाती है, इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय किन बातो क्या ध्यान रखना चाहिए?

What is Intraday Trading?

Intraday Trading

(Intraday Trading) इंट्राडे ट्रेडिंग, जिसे डे ट्रेडिंग (Day trading) के रूप में भी जाना जाता है, एक ही दिन में स्टॉक और अन्य वित्तीय साधनों की खरीद और बिक्री है।अधिक सरल शब्दों में, यदि आप सुबह शेयर खरीदते हैं और शाम को बेचते हैं, तो इस ट्रेडिंग को इंट्राडे ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग की कुछ लाभ भी होते है और कुछ नुकसान भी हो सकता है। इसके लिए आपको शेयर मार्केट की जानकारी होनी चाहिए।

इंट्राडे ट्रेडिंग में आप एक दिन के अन्दर पैसा कमा सकते हो, आपको लम्बे समय तक राह नहीं देखनी पड़ती। आप आज पैसा लगायेंगे और आज ही कमाएंगे अगर आपको सही knowage हो तो। मान लो आपने अभी शेयर ख़रीदा और उसकी कीमत 5 मिनिट में बड गई और आप ने वो शेयर बेच डाला तो आपको तुरंत profit हो जायेगा अगर शेयर की प्राइस कम हो गई तो आपको नुकसान भी हो सकता है।

अगर आप कोई नोकरी करते हो या कोई और काम करते हो और शयेर मार्केट से पैसा कमाना चाहते हो तो Intraday Trading एक सही विकल्प है। लेकिन उसके लिए आपको knowage होना चाहिए वरना आपका नुकसान भी हो सकता है।

Intraday Trading Ki Basic Jankari In Hindi – Intraday Trading Beginners Guide

यह व्यापार किसी भी बाजार में हो सकता है लेकिन शेयर और विदेशी मुद्रा बाजार में नियमित रूप से किया जाता है। तो, इसका मतलब है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में, बाजार के दिन के बंद होने से पहले सभी पदों का निपटान किया जाता है। इस वजह से, ट्रेडों के परिणामस्वरूप शेयरों के स्वामित्व में कोई परिवर्तन नहीं होता है।

अगर सही तरीके से किया जाए, तो इंट्राडे ट्रेडिंग एक बहुत ही आर्थिक रूप से मजबूत करियर विकल्प हो सकता है, भले ही आप समय-समय पर किसी न किसी पैच को हिट कर सकते हैं। हालांकि, शुरुआती लोगों के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग थोड़ी अधिक चुनौतीपूर्ण होती है, और आपको शुरू करने से पहले गहन शोध और एक अच्छी रणनीति की आवश्यकता होती है।

हालांकि बाजार की अस्थिरता के कारण यह व्यापार काफी जोखिम भरा है, अगर वह बाजार की स्थितियों को जानता है और हर गुजरते सेकंड के साथ सतर्क रहता है तो वह भारी मुनाफा कमा सकता है।

आज, डे ट्रेडिंग शुरू करना बहुत आसान है। यदि आप आरंभ करना चाहते हैं, तो इंट्राडे ट्रेडिंग की मूल बातें समझने के लिए पढ़ें:

How to Make Intraday Trading Successful – इंट्राडे ट्रेडिंग को कैसे सफल बनाये

Make Intraday Trading

Knowledge and experience – ज्ञान और अनुभव –

Professional day traders के पास market-place का अच्छा ज्ञान होता है। यदि आप बुनियादी बातों को समझे बिना दिन के व्यापार का प्रयास करते हैं, तो आप पैसे खोने का जोखिम उठाते हैं।

जिन शेयरों का आप व्यापार करना चाहते हैं, उनकी एक इच्छा सूची बनाएं और अपने आप को चयनित कंपनियों और सामान्य बाजारों के बारे में सूचित रखें। व्यावसायिक समाचार स्कैन करें और विश्वसनीय वित्तीय वेबसाइटों पर जाएं।

जबकि तकनीकी विश्लेषण कौशल और चार्ट पढ़ने की क्षमता आसान कौशल हैं, विश्लेषण के माध्यम से प्राप्त आंकड़ों को समझने के लिए आपको बाजार को समझने की जरूरत है। आप जिस उत्पाद का व्यापार कर रहे हैं उसकी प्रकृति को लगन से समझने के लिए समय निकालें।

Start Small – शरुआत में छोटे शेयर या थोड़े शयेर ख़रीदे

शुरू करने के लिए, एक सत्र के दौरान अधिकतम एक से दो शेयरों पर ध्यान दें। केवल कुछ स्टॉक के साथ ट्रैकिंग और स्पॉटिंग के अवसर आसान हैं। अगर आप नए है और पहेली बार इंट्राडे ट्रेडिंग में काम करना चाहते हो तो आपको शरुआत के दोरान छोटे शेयर या कम शेयर ख़रीदे उससे आपको profit कम मिलेंगा और अगर नुकसान हुआ तो वो भी कम हुयेगा।

Stop-Loss – स्टॉप लॉस

इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस जरूर लगाएं। मार्केट में उछाल और गिरावट तेजी से आते है, पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस जरूर तय कर लेना चाहिए. जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके.

इंट्रा डे ट्रेडिंग को सफल बनाने के लिए आपको निचे दी गई बाते ध्यान मं रखनी चाहिए
  1. इंट्रा डे में बहुत ज्यादा स्टॉक की जगह अच्छे 2-3 शेयर्स का चुनाव करना चाहिए.
  2. शेयर चुनते वक्त बाजार का ट्रेंड देखना चाहिए. इसके बाद कंपनी की पोर्टफोलियो चेक करें.
  3. इसमे उछाल और गिरावट तेजी से आते है, पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस जरूर तय कर लेना चाहिए. जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके.

Intraday Trading Kaise Kare In Hindi

How to Get Started – शुरुआत कैसे करें

शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट और एक डीमैट अकाउंट बनाना होगा। खाता बनाने के बाद, आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में मदद करने के लिए कुछ टूल मिल सकते हैं। ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, आपको दैनिक चार्ट्स की जांच करने में कुछ समय बिताना चाहिए ताकि आप मूल्य आंदोलन पैटर्न से खुद को परिचित कर सकें। ऐसे कई उपकरण हैं जो तकनीकी विश्लेषण प्रदान करते हैं और ये उपयोगी भी साबित हो सकते हैं।

आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते हैं। आप Trading App जरिये अपने मोबाइल में अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते है। मार्केट की कई सारे Trading App है जैसे की Moneycontrol App, Stock Edge app, Zerodha Kite, IIFL Markets, Upstox PRO और कई सारे है। यहाँ क्लिक करके आप Best Share Market App in India | टॉप स्टॉक मार्केटिंग ऐप के बारे में भी जन सकते हो।

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