अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है

व्यापार एवं निवेश, व्यापार एवं श्रम, ट्रिप्स पर करार, सेनेट्री एवं फाइटोसेनेट्री उपायों पर करार तथा व्यापार की तकनीकी बाधाओं पर करार जिसमें शामिल हैं :
अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लाभ
ExportWorldwide एक अंतरराष्ट्रीय अग्रणी पीढ़ी के मंच है जो आपके
उत्पादों या सेवाओं को दुनिया भर में बढ़ावा देता है। यह मंच अंतरराष्ट्रीय
बाजारों में आपके व्यवसाय को दिखाई देने के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतःक्रिया
विपणन रणनीतियों, वैश्विक एसईओ तकनीकों और एक अद्वितीय हाइब्रिड अनुवाद
उपकरण का उपयोग करता है।
वैश्विक एसईओ मंच निम्नलिखित प्रदान करता है:
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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आपके उत्पादों या सेवाओं का विज्ञापन, साल में
अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है
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राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएं
व्यापार से आप क्या समझते हैं? .
Solution : दो या अधिक पक्षों के बीच के व्यावसायिक गतिविधियों को व्यापार कहते हैं। देश के अंदर होने वाले व्यापार को स्थानीय व्यापार कहते हैं। दो देशों के बीच के व्यापार को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहते हैं।
भारत सरकार
व्यापार नीति प्रभाग (टीपीडी) को व्यापार एवं वाणिज्य के विभिन्न कार्यक्षेत्रों में विभाजित किया गया है जैसे कि कृषि, गैर कृषि बाजार पहुंच, विवाद एवं नियम, एसपीएस / टीबीटी, ट्रिप्स एवं पर्यावरण / श्रम, सेवा एवं व्यापार सुगमता जो विश्व व्यापार संगठन तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं / समूहों जो विश्व व्यापार के विकास के क्षेत्र में काम करते हैं, से संबंधित कार्य करते हैं।
अपर सचिव इस प्रभाग के मुखिया हैं तथा दो संयुक्त सचिव एवं सात संभागीय स्तर के अधिकारी अर्थात निदेशक / अपर आर्थिक सलाहकार / उप सचिव एवं निम्नलिखित डेस्क के अन्य सहायक कर्मचारी हैं :
- डेस्क 1: टीपीडी (कृषि एवं समन्वय)
- डेस्क 2: टीपीडी (विवाद एवं नियम)
डेली अपडेट्स
यह एडिटोरियल दिनांक 23/10/2021 को ‘इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित “International trade is not a zero-sum game” लेख पर आधारित है। इसमें भारत द्वारा मुक्त व्यापार को बढ़ावा देने और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में संरक्षणवाद को दूर करने की आवश्यकता के संबंध में चर्चा की गई है।
संयुक्त राज्य व्यापार प्रतिनिधि (USTR) ने अपनी वर्ष 2021 की "विदेश व्यापार बाधाओं पर राष्ट्रीय व्यापार अनुमान रिपोर्ट" (National Trade Estimate Report on Foreign Trade Barriers) में बताया है कि भारत की औसत अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है टैरिफ दर 17.6% है जो किसी भी प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्था की तुलना में उच्चतम है।
अपने घरेलू उद्योगों की चीन एवं अन्य देशों द्वारा डंपिंग तथा अन्य व्यापार विकृति अभ्यासों से रक्षा करने के उद्देश्य से भारत ने अपनी टैरिफ दरों में वृद्धि की है और अपने अन्य गैर-टैरिफ उपायों को कठोर बनाया है।
संरक्षणवाद के साधन
भारत के साथ ही अन्य देश अनुचित व्यापार अभ्यासों से अपनी अर्थव्यवस्था की रक्षा के लिये विभिन्न उपाय अपनाते हैं। उनमें से कुछ प्रमुख उपाय हैं-
- टैरिफ: टैरिफ किसी देश की सरकार द्वारा माल के आयात या निर्यात पर लगाया जाने वाला कर है। उच्च टैरिफ विदेशी उत्पादकों के लिये किसी घरेलू बाज़ार में अपना माल बेचने की लागत बढ़ा देते हैं, जिससे स्थानीय उत्पादकों को रणनीतिक लाभ प्राप्त होता है।
- भारत में विश्व के उच्चतम टैरिफ दरों में से एक लागू है।
- WTO के अनुसार, वर्ष 2015 से 2019 के बीच भारत ने 233 एंटी-डंपिंग जाँचों की शुरुआत की जो वर्ष 2011 से 2014 के बीच ऐसे 82 जाँचों की तुलना में तेज़ वृद्धि को दर्शाता है।
- प्रतीत होता है कि भारत ने यह शर्त इसलिये आरोपित की है ताकि आयातक भारत के मुक्त व्यापार समझौता (FTA) भागीदारों से माल का आयात न कर सकें।
संरक्षणवाद के पक्ष में तर्क
- राष्ट्रीय सुरक्षा: यह आर्थिक संवहनीयता के लिये अन्य देशों पर निर्भरता के जोखिम से संबंधित है। यह तर्क दिया जाता है कि युद्ध की स्थिति में आर्थिक निर्भरता विकल्पों को सीमित कर सकती है। इसके साथ ही, कोई देश किसी दूसरे देश की अर्थव्यवस्था को नकारात्मक तरीके से प्रभावित कर सकता है।
- नवजात उद्योग: यह तर्क अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है दिया जाता है कि उद्योगों को उनके प्रारंभिक चरणों में संरक्षण प्रदान करने के लिये संरक्षणवादी नीतियों की आवश्यकता होती है। चूँकि बाज़ार खुला होता है, वैश्विक स्तर की बड़ी कंपनियाँ बाज़ार पर कब्जा कर सकती हैं। इससे नए उद्योग में घरेलू खिलाड़ियों के लिये अवसर का अंत हो सकता है।
- डंपिंग: कई देश अन्य देशों में अपने माल की डंपिंग (उत्पादन लागत या स्थानीय बाज़ार में उनकी कीमत से कम मूल्य पर बिक्री करना) करते हैं।
- डंपिंग का उद्देश्य प्रतिस्पर्द्धा को समाप्त करते हुए विदेशी बाज़ार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना और इस तरह एकाधिकार स्थापित करना होता है।
आगे की राह
- ‘कारोबार सुगमता’ में सुधार: हालाँकि भारत ने कई दिशाओं में प्रगति की है, लेकिन व्यवसाय शुरू करने, अनुबंध लागू करने और संपत्ति को पंजीकृत करने जैसे संकेतकों में वह अभी भी कई बड़े देशों से अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है पीछे है।
- इन संकेतकों में सुधार से भारतीय फर्मों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्द्धा कर सकने और बड़ी बाज़ार हिस्सेदारी प्राप्त कर सकने में मदद मिल सकती है।
भारत को घरेलू उद्योग के हितों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों से FDI के रूप में विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिये व्यापार रियायतें प्रदान करने के बीच एक बेहतर संतुलन स्थापित करने की आवश्यकता है।
वर्ष 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के निर्माण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये व्यापक, बहुआयामी और बहु-क्षेत्रीय प्रयासों की ज़रूरत है।
अभ्यास प्रश्न: "संरक्षणवाद अल्पावधि में तो लाभप्रद हो सकता है, लेकिन दीर्घावधि में यह अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचाता है।" टिप्पणी कीजिये।
व्यापार मेले में लोगों को क्या सुविधाएं मिलेंगी
मेले में आगंतुकों के लिए मुफ्त ओपीडी की सुविधा की गई है, जहां आयुष चिकित्सक स्वास्थ्य सलाह देंगे। व्यापार मेले में “सॉफ्टवेयर आधारित प्रकृति परीक्षण और मिजाज परीक्षण किया जाएगा, जहां किसी व्यक्ति की प्रकृति (आयुर्वेद के सिद्धांतों के अनुसार) और मिजाज (यूनानी के सिद्धांतों के अनुसार) का आकलन किसी व्यक्ति के प्रोफाइल या अद्वितीय मनोदैहिक स्वभाव के आधार पर किया जा सकता है, जिसमें उसका व्यक्तित्व या उसकी शारीरिक, कार्यात्मक और व्यवहारिक विशेषताएं शामिल है। व्यापार मेले में आगंतुकों को विभिन्न स्वास्थ्य लाभ वाले औषधीय पौधे नि:शुल्क दिए जाएंगे।
व्यापार मेले में आयुष प्रश्नोत्तरी के विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार भी दिए जाएंगे। इसके साथ ही व्यापार मेले में नई दिल्ली के मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के विशेषज्ञों द्वारा योग फ्यूजन कार्यक्रम, लाइव योग प्रदर्शन, कार्यस्थल पर योग विराम और योग चिकित्सा का प्रदर्शन किया जाएगा।