MEXC समीक्षा

G20 Summit 2022: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी G20 Summit में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे बाली, हुआ भव्य स्वागत
G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बाली रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने एक MEXC समीक्षा बयान में कहा कि वह वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक समाधान करने में भारत की उपलब्धियों और इसकी ‘‘मजबूत प्रतिबद्धता’’ MEXC समीक्षा को भी रेखांकित करेंगे।
बाली, पीटीआई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी G-20 शिखर सम्मेलन और इससे इतर वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेने के लिए सोमवार को यहां बाली पहुंच गए। दो दिवसीय G-20 शिखर सम्मेलन मंगलवार को शुरू हो रहा है और इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों के नेता शामिल होंगे।
भारत की ‘‘मजबूत प्रतिबद्धता’’ को भी रेखांकित करेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वह बाली में G-20 समूह के नेताओं के साथ वैश्विक आर्थिक वृद्धि में नई जान फूंकने, खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने जैसी चुनौतियों और स्वास्थ्य तथा डिजिटल परिवर्तन से जुड़े मुद्दों के समाधान पर व्यापक चर्चा करेंगे। G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बाली रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने एक बयान में कहा कि वह वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक समाधान करने में भारत की उपलब्धियों और इसकी ‘‘मजबूत प्रतिबद्धता’’ को भी रेखांकित करेंगे।
मोदी ने बाली रवाना होने से पहले कहा, ‘‘ बाली शिखर सम्मेलन के दौरान, मैं वैश्विक आर्थिक वृद्धि, खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य तथा डिजिटल परिवर्तन जैसे वैश्विक चिंता के प्रमुख मुद्दों पर G-20 देशों के नेताओं के साथ व्यापक चर्चा करूंगा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘शिखर सम्मेलन में बातचीत के दौरान मैं वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक समाधान करने में भारत की उपलब्धियों और इसकी मजबूत प्रतिबद्धता को रेखांकित करूंगा।’’ शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी शामिल होने वाले हैं।
मोदी ने कहा कि वह G-20 शिखर सम्मेलन से इतर इसमें भाग लेने वाले कई अन्य देशों के नेताओं MEXC समीक्षा से मिलेंगे और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा करेंगे। G-20 शिखर सम्मेलन के इतर मोदी की कई नेताओं के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें होंगी लेकिन, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि मोदी और चिनफिंग के बीच अलग से बैठक होगी या नहीं। यदि मोदी और चिनफिंग की मुलाकात होती है, तो जून 2020 में गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच सीमा संघर्ष के बाद से दोनों नेताओं की पहली आमने-सामने की बातचीत होगी।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi receives a warm welcome from Indians in Bali, Indonesia. pic.twitter.com/wKSlqoO8rT
— ANI (@ANI) November 14, 2022
सितंबर में उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में दोनों की मुलाकात नहीं हुई थी। बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि अच्छे संबंध बनाए रखना चीन और भारत और उनके लोगों के मौलिक हित में है। माओ निंग ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि भारतीय पक्ष चीन के साथ उसी दिशा में काम करेगा, चीनी और भारतीय नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सामान्य समझ का पालन करेगा, संबंधों के सतत विकास को बढ़ावा देगा और दोनों देशों तथा साथी विकासशील देशों के साझा हितों की रक्षा करेगा।”
जी-20 वैश्विक आर्थिक सहयोग का एक प्रभावशाली संगठन है। यह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। इंडोनेशिया का वर्तमान अध्यक्ष है। भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से G-20 की अध्यक्षता संभालेगा। G-20 समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है।
Video: G20 Summit 2022 : क्या है जी-20 सम्मेलन, भारत के लिए क्यों है खास? | G20 Summit 2022
इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (EU) शामिल हैं। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं।
भारत और मेक्सिको ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की
दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र, प्रशांत गठबंधन, भारत की अध्यक्षता में आगामी जी20 समूह में सहयोग सहित विभिन्न बहुपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की. विदेश मंत्रालय ने बताया, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और मेक्सिको अंतरिक्ष एजेंसी (एईएम) के बीच बाह्य अंतरिक्ष के क्षेत्र में विशिष्ट सहयोग समझौते पर MEXC समीक्षा हस्ताक्षर किये गए
नई दिल्ली: भारत और मेक्सिको ने कारोबार, निवेश, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, शिक्षा सहित द्विपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण आयामों पर चर्चा की और बाह्य अंतरिक्ष के क्षेत्र में विशिष्ट सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किये. विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, भारत और मेक्सिको के बीच 29 जून को मेक्सिको सिटी में विदेश कार्यालय विचार-विमर्श के छठे दौर की वार्ता में साझा हितों से जुड़े द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई.
इसमें भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) सौरभ कुमार ने किया, जबकि मेक्सिको का प्रतिनिधित्व वहां के विदेश उप मंत्री कार्मेन मोरेनो तोस्कानो ने किया. बयान के अनुसार, बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने कारोबार, निवेश, स्वास्थ्य, औषधि, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, शिक्षा, अंतरिक्ष, पर्यटन, राजनीति, संस्कृति एवं साझा हितों के अन्य क्षेत्रों सहित द्विपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण आयामों की समीक्षा की.MEXC समीक्षा
दोनों पक्षों ने संयुक्त राष्ट्र, प्रशांत गठबंधन, भारत की अध्यक्षता में आगामी जी20 समूह में सहयोग सहित विभिन्न बहुपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की. विदेश मंत्रालय ने बताया, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और मेक्सिको अंतरिक्ष एजेंसी (एईएम) के बीच बाह्य अंतरिक्ष के क्षेत्र में विशिष्ट सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किये गए, जिसमें फसलों की निगरानी, सूखे के आकलन एवं क्षमता निर्माण पर जोर दिया गया है.
दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को गति प्रदान करने के लिये कूटनीतिक वार्ता, कारोबार, निवेश एवं आर्थिक सहयोग पर द्विपक्षीय उच्च स्तरीय समूह (बीएचएलजी) और संयुक्त आयोगों जैसे संयुक्त संस्थागत तंत्र की नियमित बैठकें कराने एवं उच्च स्तरीय राजनीतिक आदान-प्रदान जारी रखने पर सहमति व्यक्त की.
बयान के अनुसार, बातचीत मित्रतापूर्ण एवं गर्मजोशी भरे माहौल में हुई. दोनों पक्षों ने आपसी सुविधा के अनुसार किसी तिथि पर अगले दौर की वार्ता नयी दिल्ली में आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की.
टी20 विश्व कप में टीम के खराब प्रदर्शन की समीक्षा करेगा सीएसए
नवभारत टाइम्स 6 दिन पहले
जोहानिसबर्ग, 10 नवंबर (भाषा) क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका टी20 विश्व कप से टीम के जल्दी बाहर होने की समीक्षा के लिये पेनल का गठन करेगा और भारत में अगले साल होने वाले वनडे विश्व कप से पहले जरूरी सुधार के उपाय भी करेगा ।
दबाव के आगे घुटने टेकने वाले ‘चोकर्स’ के ठप्पे के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप के अहम मुकाबले में नीदरलैंड से हार गया ।
दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट निदेशक एनोच एनवे ने कहा ,‘‘ हमें प्रदर्शन की समीक्षा करनी ही होगी । हम एक समिति का गठन करेंगे ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ फोकस रिसेट बटन दबाने पर होगा । MEXC समीक्षा हम इसे भुलाकर आगे के बारे में सोचेंगे और इसके लिये स्पष्ट रणनीति बनाई जायेगी । हम आगामी विश्व कप की बेहतर तैयारी करेंगे ।’’
हमेशा टूर्नामेंट से पहले खिताब की प्रबल दावेदार मानी जाने वाली दक्षिण अफ्रीका टीम कभी वनडे या टी20 विश्व कप के फाइनल में नहीं पहुंची है ।
एनवे ने कहा ,‘‘टीम जीते या हारे, हम टीम के साथ हैं लेकिन यह सवाल करते रहेंगे कि आगे क्या बेहतर किया जा सकता है । ’’
छिंदवाड़ा इकलौता जिला, जहां भाजपा ने गंवाई पूरी सीटें
-भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा, संगठन में नहीं रही कमी छिंदवाड़ा। विधानसभा चुनाव परिणाम में सबसे ज्यादा नुकसान अगर कहीं भाजपा को हुआ है तो वो छिंदवाड़ा जिला ही है। यहां सभी सातों सीटों पर पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा। हर सीट पर हार का अंतर 10 हजार से ज्यादा MEXC समीक्षा ही रहा। पांढुर्णा और जुन्नाारदेव में तो ये अंतर 20 हजार के पार पहुंच गया। कांग्रेस ने जब
-भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा, संगठन में नहीं रही कमी
छिंदवाड़ा। विधानसभा चुनाव परिणाम में सबसे ज्यादा नुकसान अगर कहीं भाजपा को हुआ है तो वो छिंदवाड़ा जिला ही है। यहां सभी सातों सीटों पर पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा। हर सीट पर हार का अंतर 10 हजार से ज्यादा ही रहा। पांढुर्णा और जुन्नाारदेव में तो ये अंतर 20 हजार के पार पहुंच गया। कांग्रेस ने जब चौरई से सुजीत चौधरी, सौंसर से विजय चौरे और पांढुर्णा से नीलेश उइके जैसे नए नवेले चेहरे को टिकट दिया तो बीजेपी के जमे हुए विधायकों ने कभी नहीं सोचा होगा कि इस तरह हार का सामना करना होगा। फिलहाल पार्टी में इसे लेकर मंथन की बात चल रही है। प्रत्याशी खुले तौर पर तो कुछ नहीं कह रहे हैं, लेकिन दबी आवाज में इस बात को उठा रहे हैं। वहीं बीजेपी जिलाध्यक्ष नरेंद्र परमार ने कहा कि पार्टी के स्तर पर कोई कमी नहीं रही। साथ ही हार के कारण की समीक्षा करने की बात भी कही। वहीं परासिया में 10 हजार के ज्यादा अंतर से चुनाव हारने वाले ताराचंद बावरिया ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के लोक लुभावन वादे के कारण ये स्थिति बनी।
संगठन में नजर आई सुस्ती
बीजेपी के संगठन को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि पार्टी के कार्यकर्ता पूरे मन से चुनाव में नहीं जुटे। कई कार्यकता तो घर से ही नहीं निकले। इस तरह की शिकायतें भी संगठन स्तर पर आई। जिसके बाद अब बीजेपी कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
वर्षों पुराने दिन लौटे
कांग्रेस को इसके पहले ये सुखद अनुभव 1998 के विधानसभा चुनाव में मिला था। उस वक्त जिले में आठ विधानसभा सीट हुआ करती थीं। जिसमें से सारी सीट कांग्रेस जीता करती थी, लेकिन पिछले 15 सालों से ये स्थिति नहीं रही।
हमारे प्रयास में कोई कमी नहीं रही। हमारे प्रत्याशी निष्ठा से लड़े। प्रजातंत्र में जनता का निर्णय ही सर्वोपरि होता है। हम इस फैसले को शिरोधार्य करते हैं। मुझे लगता है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष द्वारा खुद को सीएम प्रत्याशी बताने की अपील ने भी असर किया।
नरेंद्र परमार, जिलाध्यक्ष, बीजेपी
जनता के साथ हुआ छल
इस विधानसभा चुनाव में जिस प्रकार की घोषणाएं की गईं, उसे पूरा करने में काफी समस्या होगी। यही वादे हमारी हार का प्रमुख कारण बने।
ताराचंद बावरिया, भाजपा प्रत्याशी
गोंगपा बनी तीसरी ताकत
छिंदवाड़ा। विधानसभा चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने खुद को तीसरी ताकत के रूप में स्थापित किया। गोंगपा प्रत्याशी मनमोहन शाह बट्टी ने अमरवाड़ा में 61 हजार 269 वोट लेकर दूसरा स्थान हासिल किया। वहीं छिंदवाड़ा में गोंगपा को 2211 वोट मिले। इसके अलावा परासिया में गोंगपा के सतीश नागवंशी को 4 हजार 717 पांढुर्णा में मदनलाल बट्टी को 4 हजार 230, सौंसर में कवड़ेती रामेश्वर को 18 सौ 92, चौरई में जयपाल उइके को 12 हजार 551 वोट मिले। इस प्रकार पाटी ने 1 लाख से ज्यादा मत हासिल किए।
February 2023 में औरंगाबाद का दौरा करेंगे जी20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधि
औरंगाबाद : जी20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधि अगले साल फरवरी में महाराष्ट्र के जिले औरंगाबाद में विश्व प्रसिद्ध अजंता, एलोरा की गुफाओं और अन्य प्रमुख स्थलों का दो दिवसीय दौरा करेंगे। यह जानकारी अधिकारी ने दी। भारत 1 दिसंबर, 2022 से एक वर्ष के लिए प्रभावशाली क्व20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण करेगा।
समूह में 19 देश शामिल हैं - अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, संयुक्त राष्ट्र (यूके), संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) - और यूरोपीय संघ (ईयू)। संभागीय आयुक्त कार्यालय से मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि लगभग 500 प्रतिनिधि अगले साल 13 और 14 फरवरी को औरंगाबाद में एक औद्योगिक यात्रा के साथ-साथ अजंता, एलोरा के विश्व धरोहर स्थलों, दौलताबाद (देवगिरी) किले जैसे अन्य प्रमुख स्थानों का दौरा करेंगे।
संभागीय आयुक्त सुनील केंद्रेकर ने सोमवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रतिनिधियों के दौरे की तैयारियों की समीक्षा बैठक की। विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्रेकर ने अधिकारियों को विस्तृत तैयारी करने का निर्देश दिया क्योंकि जी20 प्रतिनिधियों के दौरे से अंतरराष्ट्रीय मंच पर औरंगाबाद की छवि को बढ़ावा मिलेगा।