हर क्रिप्टो एक अलग एसेट

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क्रिप्टो खरीददारी के लिए कॉइनस्विच ने लॉन्च किया ‘रिकरिंग बाय प्लान’
भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो प्लेटफॉर्म कॉइनस्विच ने ‘रिकरिंग बाय प्लान’ जारी किया है। इसके जरिये निवेशकों को भारत में ‘क्रिप्टो एसेट्स’ में सरल और सुनियोजित तरीके से निवेश करने में हर क्रिप्टो एक अलग एसेट मदद मिलेगी। कॉइनस्विच के मुताबिक इस प्लान से निवेशकों को बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव और जल्दबाज़ी में की गई खरीद-बिक्री से बचने में मदद मिलेगी।
आशीष सिंघल, फाउंडर एवं सीईओ, कॉइनस्विच ने कहा कि “कॉइनस्विच में हम क्रिप्टो निवेश के सफर में यूज़र्स की मदद करना चाहते हैं। क्रिप्टो एक उभरता हुआ आकर्षक एसेट क्लास है। इसमें पारंपरिक निवेश के मुकाबले उतार-चढ़ाव भी काफी ज्यादा होते हैं। ‘क्वाइनस्विच रिकरिंग बाय प्लान’ की मदद से निवेशक सुनियोजित तरीके से क्रिप्टो खरीद सकते हैं और मार्केट को टाइम करने यानि सही मौका तलाशने की जल्दबाज़ी तथा ट्रेडिंग में भावनात्मक फैसले लेने से भी बच सकते हैं। साथ ही यह प्लान निवेशकों को योजनाबद्ध और अनुशासित रहकर, इस नए एसेट क्लास को समझने और इसमें निवेश करने में मददगार हर क्रिप्टो एक अलग एसेट रहेगा।”
Cypto Currency: कितनी सेफ है डिजिटल करेंसी, कारोबार को लेकर क्या हैं संभावनाएं, एक्सपर्ट्स से जानें हर सवाल का जवाब
By: प्रणय उपाध्याय, एबीपी न्यूज | Updated at : 16 Apr 2022 12:55 PM (IST)
Edited By: rachitk
क्रिप्टो करेंसी, डिजिटल एसेट, नॉन फाइनेंशियल टोकन, डिजिटल फाइनेंसिंग. ये ऐसे शब्द हैं, जिन्हें आप इन दिनों सुनते तो खूब हैं लेकिन इनके कारोबार और कामकाज को समझते बहुत कम हैं. जब कहा जा रहा हो कि यही शब्द भविष्य में मुद्रा कारोबार का भविष्य हैं तो जाहिर है इसे जानने की इच्छा भी होती है और कई सवाल भी जागते हैं.
डिजिटल धन पर अपने ऐसे ही कई सवालों को लेकर हम पहुंचे अमेरिका के न्यूजर्सी, जहां दुनिया का चौथा सबसे बड़ा डिजिटल करेंसी एक्सचेंज काम करता है जिसका नाम है क्रॉस टावर. साथ ही इसकी एक खूबी यह भी है कि इसको बनाने वाले संस्थापक और सीईओ कपिल राठी एक भारतीय अमेरिकी हैं. अमेरिकी धनबल का नर्व सेंटर कहलाने वाले वॉल स्ट्रीट पर बरसों तक काम कर चुके कपिल कहते हैं कि दुनिया में कारोबार के तरीके तेजी से बदल रहे हैं और भारत उससे अछूता नहीं है.
क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर सवा करोड़ गंवाए
देहरादून। क्रिप्टो करेंसी में निवेश कराने के नाम पर ठगों ने एक व्यक्ति के करीब सवा करोड़ रुपये हड़प लिए। शिकायत पर स्पेशल टास्क फोर्स ने मुख्य आरोपित को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। टीम को ठगी में किसी बड़े गिरोह के शामिल होने की आशंका है।
क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर जनता को ठगने का एक और मामला सामने आया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि कुछ दिन पूर्व दिनेश कुमार गुप्ता नाम के व्यक्ति ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दी। जिसमें बताया हर क्रिप्टो एक अलग एसेट कि उन्हे सौरभ मैंदोला नाम के एक व्यक्ति ने खुद को फाइनेंस-प्लानर एंड एडवाइजर कंपनी का मालिक बताते हुए क्रिप्टो करेंसी में निवेश हर क्रिप्टो एक अलग एसेट कराने की बात कही। क्रिप्टो करेंसी के जरिये आरोपित ने उन्हें मोटा मुनाफा कमाने का झांसा दिया और एक करोड़ 14 लाख रुपये हड़प ले लिए। इसके बाद आरोपी ने उन्हें पैसे नहीं लौटाए और न ही निवेश कराया। शिकायत पर साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कर छानबीन के लिए निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला को सौंपा गया। इस दौरान आरोपी के मोबाइल नंबर, बैंक खातों व संबंधित ट्रेडिंग कंपनियों की जानकारी जुटाई गई। जिस पर सौरभ मैंदोला निवासी टर्नर रोड की ओर से शिकायतकर्ता के ट्रेडिंग खातों के पासवर्ड बदलने व नई आइडी बनाकर धोखाधड़ी करने की पुष्टि हुई। इसके बाद सौरभ मैंदोला को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जिसमें एसटीएफ को महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुईं। आरोपित के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई कर गिरोह की भूमिका को लेकर भी पूछताछ जारी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले में क्रिप्टो करेंसी में आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया जाएगा।
अगर जीवनसाथी के साथ मिलकर एसेट खरीदा है, तो आपको जाननी चाहिए ये बातें?
नवविवाहित जोड़े एक-दूसरे से कई वादे करते हैं. वे जीवनभर एक-दूसरे के हर सुख-दुख में साथ रहने की कसमें खाते हैं. कई फाइनेंशियल एसेट भी वे मिलकर खरीदते हैं. ये फाइनेंशियल एसेट कई तरीके के हो सकते हैं. इनमें ज्वाइंट बैंक अकाउंट, शेयर, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड, एफडी, इंश्योरेंस पॉलिसी, पोस्ट ऑफिस स्कीम इत्यादि शामिल हैं. जब पति-पत्नी मिलकर एसेट खरीदते हैं तो कानूनी तौर पर उनका इन एसेट पर बराबर का अधिकार होता है.
क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म भारतीय निवेशकों को लुभाने की कर रहे हैं कोशिश
जैसै-जैसे निवेशकों के बीच क्रिप्टोकरेंसी को लेकर जागरूकता बढ़ रही है, वे इसमें निवेश के लिए आगे आ रहे हैं. इस धनतेरस के दौरान कई क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म भारतीय निवेशकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं. क्रिप्टोकरेंसी की ओर निवेशकों को लुभाने के लिए रेफरल कैंपेन और अन्य प्रमोशनल गतिविधियों में हाल ही में भारी उछाल देखा गया है. इसके अलावा, कई प्लेटफॉर्म निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के तरीके के बारे में शिक्षित भी कर रहे हैं. इन कोशिशों का नतीजा यह होगा कि धीरे-धीरे लोग इसे एक एसेट क्लास के रूप में देखेंगे, जो लंबे समय में धन के निर्माण में मदद करेगा. क्रिप्टो में एक सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान शुरू करने की दिशा में कदम उठाने के लिए यह धनतेरस सही समय हो सकता है.
- कुछ टॉप क्रिप्टोकरेंसी को चुनना और उनमें डायवर्सिफिकेशन लाना इसमें निवेश का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है. क्रिप्टोकरेंसी को एक एसेट क्लास के रूप में देखा जाना चाहिए. कई लोग कुछ ही दिनों में 100 गुना रिटर्न चाहते हैं और इसके लिए वे क्रिप्टोकरेंसी में कूद पड़ते हैं. इस मकसद के साथ निवेशक बिना सोचे-समझे निवेश करते हैं और इसकी वजह से उन्हें एक बड़ा नुकसान हो जाता है. निवेश का यह तरीका सही नहीं है.
- इस एसेट क्लास में निवेश का बेहतर तरीका यह है कि सबसे पहले निवेशकों को मार्केट कैप के आधार पर टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसी को देखना होगा. अपनी क्रिप्टो इनवेस्टमेंट जर्नी को शुरू करने के लिए इन टोकन में निवेश के ज़रिए डायवर्सिफिकेशन लाना सबसे अच्छा तरीका होगा.
- मार्केट में कुछ समय बिताने और अनुभव होने के बाद निवेशक कम मार्केट कैप वाले टोकन की ओर जा सकते हैं और समझदारी के साथ ज्यादा रिटर्न जनरेट कर सकते हैं.
- क्रिप्टोकरेंसी कोई जल्दी अमीर बनने की योजना नहीं है. निवेशकों को यह समझना चाहिए कि सभी तरह के निवेश में एक जोखिम होता है. क्रिप्टोकरेंसी अभी भी एक अन-रेगुलेटेड एसेट क्लास है, इसलिए इसमें जोखिम और ज्यादा है.
- निवेशकों को क्रिप्टो में अपनी कुल संपत्ति का 5% से ज्यादा निवेश नहीं करना चाहिए. ज्यादा रिटर्न की चाहत में अक्सर निवेशकों को बड़ा नुकसान हो जाता है, इसलिए इस निवेश के इन तरीकों से बचा जाना चाहिए.
- क्रिप्टोकरेंसी में प्रॉपर इनवेस्टिंग से हर माह 5% का रिटर्न जनरेट किया सकता है. इसका मतलब है कि निवेशक अपनी पूंजी को सिर्फ एक साल में दोगुना कर सकते हैं. कोई भी समझदार निवेशक इस तरह के रिटर्न को खुशी-खुशी स्वीकार करेगा.