Bitcoin को करेंसी का दर्जा

5. एसेट का टोकनाइजेशन
अल सल्वाडोर का दावा- Bitcoin को अपनाने से डबल डिजिट में बढ़ी GDP, पर्यटन में भी उछाल
मध्य अमेरिकी देश ‘अल सल्वाडोर’ ने पिछले साल सितंबर में बिटकॉइन (Bitcoin) को लीगल टेंडर के रूप में मान्यता दी थी। ऐसा लगता है कि उसके इस फैसले से नेशनल GDP और लोकल पर्यटन डेवलपमेंट में बढ़ोतरी हुई है। अल सल्वाडोर के पर्यटन मंत्री मोरेना वाल्डेज के अनुसार, अनुमान है कि सितंबर में बिटकॉइन को Bitcoin को करेंसी का दर्जा कानूनी रूप से अपनाने के बाद से अल सल्वाडोर के पर्यटन व्यवसाय में 30 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी Bitcoin को करेंसी का दर्जा हुई है। इस बीच, देश के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने एक घोषणा में बताया है कि साल 2021 में देश की GDP में 10.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बुकेले के अनुसार, जनवरी 2022 में देश के निर्यात में 13 फीसदी साल-दर-साल ग्रोथ हुई है।
एक स्थानीय समाचार एजेंसी से बातचीत में मोरेना वाल्डेज ने कहा कि हमने बिटकॉइन की शुरुआत से पहले और बाद की गतिविधियों की तुलना करने के लिए एक पोल किया। पता चला कि नवंबर और दिसंबर में पर्यटन उद्योग में बढ़ोतरी हुई। उन्होंने संकेत दिया पर्यटन में यह बढ़ोतरी 30 फीसदी से भी ज्यादा पहुंच गई।
कितने वोटों से मिली मंजूरी
अल-सल्वाडोर की संसद में बिटकॉइन को 62 की तुलना में 84 वोटों से मंजूरी दे दी गई. राष्ट्रपति नायिब बुकेले ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. इस घोषणा के बाद Bitcoin को करेंसी का दर्जा बिटक्वाइन की कीमत 33,980 डॉलर से बढ़ कर 34,398 डॉलर पर पहुंच गई.
The #BitcoinLaw has been approved by a supermajority in the Salvadoran Congress.
62 out of 84 votes!
लीगल करंसी बनाने का कानून
बिटकॉइन को लीगल करंसी बनाने का कानून 90 दिन में लागू हो जाएगा. बता दें कि अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायिब बुकेले ने 05 जून 2021 को कहा था कि वह Bitcoin को करेंसी का दर्जा बिटकॉइन को देश का लीगल टेंडर बनाने के लिए जल्द ही देश के कांग्रेस में बिल पेश करेंगे. राष्ट्रपति बुकेले ने 07 जून को घोषणा किया था कि देश की लीगल करंसी बन जाने के बाद इस पर कोई कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं लगाया जाएगा.
अल-सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायिब बुकेले के मुताबिक बिटकॉइन को आधिकारिक मुद्रा बनाने से विदेशों में रहने वाले अल सल्वाडोर के नागरिकों के लिए घर पर पैसे भेजना आसान हो जाएगा.
राष्ट्रपति नायिब बुकेले ने क्या कहा?
राष्ट्रपति नायिब बुकेले ने एक ट्वीट में कहा कि यह हमारे देश के लिए वित्तीय समावेशन, निवेश, पर्यटन, नवाचार और आर्थिक विकास लाएगा. इस कदम से अल सल्वाडोर के लोगों के लिए वित्तीय सेवाएं खुल जाएंगी. विदेशों में काम कर रहे सल्वाडोर के लोग काफी संख्या में करेंसी अपने घर भेजते हैं. विश्व बैंक के डाटा के मुताबिक साल 2019 में लोगों ने Bitcoin को करेंसी का दर्जा कुल छह अरब डॉलर देश में भेजे थे.
बिटकॉइन एक प्रकार की डिजिटल मुद्रा या क्रिप्टो-करेंसी है, जो तत्काल भुगतान को सक्षम बनाती है. बिटकॉइन को साल 2009 में दुनिया के सामने पेश किया गया था. यह एक ओपन-सोर्स प्रोटोकॉल पर आधारित है और इसे किसी भी केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा जारी नहीं किया जाता है.
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क्रिप्टो पर टैक्स कैसे वसूलेगी सरकार? आपको क्या अब पूरे क्रिप्टो निवेश पर देना होगा कर? जानिए हर सवाल का जवाब
Highlights बजट में सभी क्रिप्टो ऐसेट से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत टैक्स की हुई है घोषणा। गिफ्ट में क्रिप्टोकरेंसी लेने पर भी टैक्स देना होगा, डिजिटल संपत्ति के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस भी देना होगा।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार बजट में एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि भारत में अब डिजिटल ऐसेट (इसमें क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल) पर भी टैक्स लगेगा। क्रिप्टोबाजार में दिलचस्पी दिखाने वाले लोगों ने इस कदम का स्वागत किया क्योंकि यह देश में लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य को एक तरह से कानूनी दर्जा देता है।
रुपया ही होगा देश की डिजिटल करेंसी, भारत में मिलेगी वैधता
डीएनए हिंदीः क्रिप्टो करेंसी को लेकर देश में जारी असमंजस के दौर के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं मिलने जा रही है. वही केन्द्रीय बैंक की सिफारिशों को संसद के पटल पर रखते हुए रुपये को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु सामने आए हैं क्योंकि केन्द्रीय बैंक रुपए को ही डिजिटल करेंसी बनाने का प्रस्ताव दे चुका है. इसके जरिए रुपये को ही देश डिजिटल Bitcoin को करेंसी का दर्जा करेंसी का दर्जा मिल जाएगा.
डिजिटल करेंसी में शामिल हों नोट
केन्द्र सरकार द्वारा डिजिटल करेंसी के संबंध में कहा है कि केन्द्रीय बैंक ने बैंक नोट की परिभाषा के तहत डिजिटल करेंसी को भी शामिल करने का प्रस्ताव दिया है. वित्त मंत्रालय के लिखित जवाब में कहा गया कि सीबीडीसी के इस प्रस्ताव से देश मे डिजिटल करेंसी में सकारात्मकता आएगी और लेन-देन अधिक सहज होगा. इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि इससे नकदी पर कम निर्भरता होगी.
Cryptocurrency केवल करंसी ही नहीं, क्रिप्टो के और भी कई उपयोग हैं, पढ़ें क्रिप्टोक्यूरेंसी पर विशेषज्ञ क्या कहते हैं !
देश और दुनिया में पिछले कुछ समय से क्रिप्टो का बोलबाला है। पहले इसके ऊंचे रिटर्न चर्चा में थे, अब इस पर बड़े टैक्स की सुर्खियां बनती Bitcoin को करेंसी का दर्जा हैं। इन सबके बीच आज भी ज्यादातर भारतीयों के लिए यह किसी बड़ी पहेली से कम नहीं है।
वहीं, बहुत कम लोगों को छोड़कर आने वाले समय में क्रिप्टो के क्या फायदे होंगे यह शायद ही किसी को पता होगा। क्रिप्टो के बारे में अधिकांश लोगों को संदेह है कि इसका कोई विशेष उपयोग नहीं है और इसका उपयोग केवल चीजों और सेवाओं को खरीदने के लिए किया जा सकता है।
हालांकि, क्रिप्टो विशेषज्ञों की माने तो यह सिर्फ आधा सच है। आज CoinDCX के सह-संस्थापक सुमित गुप्ता आपको क्रिप्टो की पूरी दुनिया के बारे में बता रहे हैं।