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गुहा डुप्लेक्सर एसएमए-एफ कनेक्टर 2500-2690 मेगाहर्ट्ज कम सम्मिलन हानि सीएमएच000127-ए-बी 7

गुहा डुप्लेक्सर एसएमए-एफ कनेक्टर 2500-2690 मेगाहर्ट्ज कम सम्मिलन हानि सीएमएच 000127-ए-बी 7 विशेष रुप से प्रदर्शित छवि

लो PIM कैविटी डुप्लेक्सर CMH000127-A-B7 एक प्रकार का RF पैसिव कंपोनेंट्स है जिसे Jingxin द्वारा बिक्री के लिए डिज़ाइन और निर्मित किया गया है, जो विशेष रूप से 1.0dB से कम इंसर्शन लॉस के साथ फीचर करता है, जिसे केवल 295mm x 200mm x 38mm मापा जाता है।

इस डुप्लेक्सर की आवृत्ति 4.3/10 और एसएमए-एफ कनेक्टर के साथ 2500-2690 मेगाहर्ट्ज से कवर होती है, लेकिन जिसे मांग के अनुसार दूसरों पर स्विच किया जा सकता है।RAL9010 के साथ इस तरह के कैविटी डुप्लेक्सर लंबे एसएमए क्यों चुनें समय तक इनडोर अनुप्रयोगों में सहन कर सकते हैं।

जैसा कि वादा किया गया था, जिंगक्सिन के सभी आरएफ निष्क्रिय घटकों की 3 साल की वारंटी है।

पैरामीटर

P एरामीटर TX RX S पीईसी
हारकर लौटा (सामान्य अस्थायी) 2620-2690 मेगाहर्ट्ज 2500-2570 मेगाहर्ट्ज 20 डीबी
हारकर लौटा (पूर्ण अस्थायी) 20 डीबी
अधिकतम सम्मिलन हानि (सामान्य अस्थायी) 0.7 डीबी
अधिकतम सम्मिलन हानि (पूर्ण अस्थायी) ≤1.0 डीबी
इन-बैंड रिपल ( पूर्ण अस्थायी) 0.8 डीबी
अस्वीकृति ( पूर्ण अस्थायी) 100-2500 मेगाहर्ट्ज 100-2450 मेगाहर्ट्ज 50 डीबी
2750-5000 मेगाहर्ट्ज 2690-5000 मेगाहर्ट्ज 50 डीबी
अलगाव TX-RX 2620-2690 मेगाहर्ट्ज और 2500-2570 मेगाहर्ट्ज; 80 डीबी
2 डुप्लेक्सर्स के बीच अलगाव 2620-2690 मेगाहर्ट्ज और 2500-2570 मेगाहर्ट्ज; 60 डीबी
प्रतिबाधा सभी बंदरगाहों 50 ओह्म
अनुमेय शक्ति 150W सीडब्ल्यू
पीआईएम ≤153 डीबीसी
तापमान की रेंज -40°C से 85°C

गुहा डुप्लेक्सर एसएमए-एफ कनेक्टर 2500-2690 मेगाहर्ट्ज कम सम्मिलन हानि सीएमएच000127-ए-बी 7 (1)गुहा डुप्लेक्सर एसएमए-एफ कनेक्टर 2500-2690 मेगाहर्ट्ज कम सम्मिलन हानि सीएमएच 000127-ए-बी 7 (2)

कस्टम आरएफ निष्क्रिय घटक

आरएफ निष्क्रिय घटकों के निर्माता के रूप में, जिंगक्सिन ग्राहकों के अनुप्रयोगों के अनुसार विभिन्न डिजाइन कर सकता है।
आरएफ निष्क्रिय घटक की आपकी समस्या को हल करने के लिए केवल 3 कदम
1. आपके द्वारा पैरामीटर को परिभाषित करना।
2. जिंगक्सिन द्वारा पुष्टि के लिए प्रस्ताव पेश करना।
3. जिंगक्सिन द्वारा परीक्षण के लिए प्रोटोटाइप तैयार एसएमए क्यों चुनें एसएमए क्यों चुनें करना।

Save Srishti Life: जिंदगी और मौत के बीच झूल रही सृष्टि, पिता ने लगाई मदद की गुहार

Save Srishti Life: जिंदगी और मौत के बीच झूल रही सृष्टि, पिता ने लगाई मदद की गुहार

बिलासपुर। Save Srishti Life: बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में जिदंगी और मौत से जंग लड़ रही 14 माह की सृष्टि दुर्लभ बीमारी एसएमए टाइप एसएमए क्यों चुनें वन (स्पाइनल मस्कुलर एट्राफी) से ग्रसित है। इसे बचाने के लिए स्विट्जरलैंड में नोवार्टिस कंपनी की ओर से निर्मित जोल्जेंसमा इंजेक्शन की जरूरत है। इसकी कीमत 16 करोड़ स्र्पये है। इसके अलावा साढ़े छह करोड़ का आयात शुल्क देना होगा। मासूम की जान बचाने के लिए पिता ने पूरे देश से मदद की गुहार लगाई है।

सृष्टि के पिता सतीश कुमारमूलत: झारखंड के पलामू जिले के ग्राम कांके कला सिक्की के रहने वाले हैं। वे वर्तमान में कोरबा जिले के दीपका स्थित एसईसीएल में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी सृष्टि का जन्म 22 नवंबर 2019 को हुआ। चार-पांच महीने तक सब सामान्य रहा। इसके बाद अचानक सृष्टि के हाथ-पैर ने काम करना बंद कर दिया। जांच के बाद डाक्टर ने बताया कि गर्दन सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। इलाज के लिए किसी बड़े विशेषज्ञ को दिखाने की सलाह दी। इस पर उन्होंने जून 2020 में रायपुर में न्यूरोलाजिस्ट से जांच कराई। वहां भी समस्या का पता नहीं चला। कई विशेषज्ञों को दिखाने के बाद भी सृष्टि की बीमारी पकड़ में नहीं आई। इधर उसकी हालत बिगड़ती गई। दिसंबर में उसे वेल्लूर (तमिलनाडु) ले जाया गया। जहां एसएमए टाइप वन टेस्ट किया गया। इसकी रिपोर्ट आने में समय लगता है। इस बीच 30 दिसंबर को सृष्टि की तबीयत बिगड़ गई। दूसरे दिन अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्ची को वेंटिलेटर में रखा गया। 23 जनवरी को वेल्लूर से मिली रिपोर्ट में सृष्टि के एसएमए टाइप वन से ग्रसित होने की पुष्टि हुई। यह दुर्लभ बीमारी है। इसे बचाने के लिए जोल्जेंसमा इंजेक्शन चाहिए। इसकी कीमत 16 करोड़ है।

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इतना महंगा क्यों है यह इंजेक्शन

अपोलो के शिशु रोग विशेषज्ञ डा. सुशील कुमार ने बताया कि स्विट्जरलैंड की नोवार्टिस कंपनी जोल्जेंसमा इंजेक्शन बनाती है। जीन थैरेपी मेडिकल जगत में एक बड़ी खोज है। इसकी एक डोज से पीढियों तक पहुंचने वाली जानलेवा जेनेटिक बीमारी को ठीक किया जा सकता है। निर्माता कंपनी नोवार्टिस ने इंजेक्शन की कीमत 16 करोड़ स्र्पये रखी है।

क्या है एसएमए टाइप वन

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स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी बीमारी के लिए जिम्मेदार जीन शरीर में तंत्रिका तंत्र के सुचारू रूप से कार्य करने के लिए आवश्यक प्रोटीन के एसएमए क्यों चुनें निर्माण को बाधित कर देता है। इसकी वजह से तंत्रिका तंत्र नष्ट हो जाता है। इस बीमारी की वजह से एसएमए क्यों चुनें शरीर की सभी मासपेशियां सिकुड़ने लगती हैं। हाथ पैर-काम करना बंद कर देता है।

पांच बच्चे वेंटिलेटर पर, एक के लिए हुई स्र्पये की व्यवस्था

सृष्टि के पिता सतीश कुमार ने बताया कि देश में इस बीमारी से पीड़ित सृष्टि समेत पांच बच्चे वेंटिलेटर पर हैं। इसमें मुंबई निवासी छह महीने की बच्‍ची तीरा भी शामिल है। उसकी मदद के लिए मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में अभियान चलाया गया। फेसबुक, टि्वटर, वाट्सएप समेत अन्य इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लोगों से सहायता की अपील की गई। इसका व्यापाक असर भी दिखा। सिर्फ 92 दिनों के अंदर 16 करोड़ स्र्पये व्यवस्था कर ली गई। वहीं सरकार ने इंजेक्शन के लिए साढ़े छह करोड़ स्र्पये का आयात शुल्क माफ कर दिया है। हालांकि इस इंजेक्शन को आने में अभी भी एक महीने का समय लगेगा। वहीं सृष्टि के अलावा अन्य चार बच्चों के लिए अभी तक इंजेक्शन की व्यवस्था नहीं हो सकी है। वही अब सृष्टि की मदद के लिए भी उसके पिता ने लोगों से गुहार लगाई है।

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प्रतिभा की नहीं है कमी, देश में बने दवा

सृष्टि के पिता सतीश कुमार का कहना है कि उन्हें मालूम है कि बेटी गंभीर बीमारी से पीड़ित है। इंजेक्शन नहीं मिलने पर गंभीर परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस बीमारी की दवा देश में भी बननी चाहिए। देश में बड़े-बड़े सांइटिस्ट और डाक्टर हैं। प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यदि देश में कोरोना वैक्सीन बन सकती है तो इस बीमारी के लिए भी दवा बनाई जा सकती है। इससे भविष्य में इस बीमारी से ग्रसित बच्चों की जान बचाई जा सकती है।

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सृष्टि दुर्लभ बीमारी एसएमए टाइप वन से ग्रसित है। उसे बचाने के लिए 16 करोड़ के एक इंजेक्शन की आवश्यकता है। बीमारी में धीरे-धीरे पूरे शरीर की मांसपेशी ढीली हो जाता है और मौत हो जाती है।

16 करोड़ के इंजेक्शन से बचेगी अयांश की जान, बिहार विधानसभा में उठा मासूम के इलाज का मामला, SMA से पीड़ित है बच्चा

गंभीर बीमारी से ग्रसित रोहतास के अयांश के मामले को बिहार सरकार देखगी। विधान परिषद के कार्यकारी सभापति ने कहा कि सरकार ने संज्ञान में लिया है। प्रावधान के अनुसार इसके लिए कुछ करने का प्रयास होगा।.

16 करोड़ के इंजेक्शन से बचेगी अयांश की जान, बिहार विधानसभा में उठा मासूम के इलाज का मामला, SMA से पीड़ित है बच्चा

गंभीर बीमारी से ग्रसित रोहतास के अयांश के मामले को बिहार सरकार देखगी। विधान परिषद के कार्यकारी सभापति ने कहा कि सरकार ने संज्ञान में लिया है। प्रावधान के अनुसार इसके लिए कुछ करने का प्रयास होगा। इस मामले में बीजेपी के परिषद सदस्य संजय प्रकाश ने सरकार के संज्ञान में लाया।

उन्होंने कहा कि अयांश मस्क्युलर अट्रोफी से पीड़ित है। इसके इलाज की सूई 16 करोड़ रुपए की है। आमलोगों के साथ जनप्रतिनिधियों ने भी अपने स्तर से व्यवस्था करने का प्रयास किया है। सरकार को भी इस परिवार की मदद करनी चाहिए उसके बाद सभापति ने यह नियमन दिया कि सरकार ने संज्ञान में लिया है। इस बीज लोजपा नेता कृष्णा सिंह कल्लू ने भी अयांश की मदद की मांग प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की है।

अयांश को बचाने के लिए चाहिए 16 करोड़ का एक इंजेक्शन

दुर्लभ बीमारी से जंग लड़ रहे दस माह के अयांश सिंह को 16 करोड़ के एक इंजेक्शन की जरूरत है। इतनी बड़ी रकम को लेकर अयांश के परिजन का चैन छिन गया है। 16 करोड़ के इंजेक्शन की व्यवस्था करने को लेकर क्राउडफंडिंग का सहारा लेते हुए लोगों से मदद की अपील की है। सीएम व स्वास्थ्य मंत्री से भी मदद की एसएमए क्यों चुनें अपील की है। रूपसपुर थाना क्षेत्र के रूकनपुरा निवासी आलोक सिंह और नेहा सिंह के 10 माह के बेटे अयांश सिंह को दुर्लभ बीमारी है। जिसका नाम है स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी (एसएमए)। इसके इलाज के लिए इंजेक्शन की कीमत 16 करोड़ रुपए है। इस बीमारी में बच्चे के शरीर का अंग धीरे-धीरे काम करना बंद कर देता है। यह बीमारी लाखों में एक बच्चे को होती है।

मेडिकल एक्सपर्ट की मानें तो इस बीमारी के लक्षण के साथ जन्म लेने वाले बच्चे अधिक से अधिक 2 साल तक जीवित रह पाते हैं। फिर भी इसका इलाज ढंग से हो जाए तो बच्चे को एक नया जीवन मिल सकता है। फिलहाल अयांश का इलाज बेंगलुरू के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज की देखरेख में चल रहा है। अभी वह रुकनपुरा में है। यह बच्चा 10 माह का तो हो गया है। बावजूद एसएमए क्यों चुनें अभी कुछ नहीं कर पाता है। मां नेहा सिंह ने बताया कि अयांश जब 2 माह का था, तब इस बीमारी के बारे में पता चला। अभी बच्चे के गर्दन का एक हिस्सा काम करना बंद कर चुका है। नेहा सिंह ने बताया कि अयांश के इलाज के लिए परिवार के सभी लोग पैसे के लिए क्राउडफंडिंग का सहारा ले रहे हैं और लोगों से बच्चे के इलाज के लिए यथाशक्ति जो कुछ भी बन पाता है, सहायता राशि देने की अपील की जा रही है। नेहा सिंह ने बताया कि वह साधारण परिवार से आती हैं। ऐसे में वह लोगों से अपील कर रही हैं कि बच्चे के इलाज के लिए आगे आकर लोग मदद करें।

स्कैनिंग ब्रेकआउट स्ट्रैटेजीएस 2- प्राइज़ वॉल्यूम ब्रेकआउट्स

यह एक ईओडी स्कैन है जो आपको ऐसे स्टॉक खोजने में मदद करता है जो पिछले एक सप्ताह में ट्रेडिंग के पिछले 120 दिनों (~6 महीने) के उच्च के पार गया है,ट्रेडिंग वॉल्यूम में काफी वृद्धि दिखाई है और पिछले दिन की ट्रेडिंग में मजबूती से बंद हुआ है।

मैं आपको स्कैनर परिणामों से स्टॉक्स को शोर्त्लिस्त कर उनका आगे चार्ट्स पर विश्लेषण कर उन स्टॉक्स तक पहुँचने की सलाह देता हूँ जो स्पष्ट रूप से पहचाने जाने वाले पैटर्न्स दिखा रहे हो।

प्रारंभिक अवस्था में इसकी पुष्टि होने के बाद पोज़िशनल व्यापारी लंबे समय के रुझानों में प्रवेश करने के लिए इस स्कैन का उपयोग कर सकते हैं। आप अपने स्टॉप लॉस को पिछली स्विंग के नीचे डिफ़ाइन कर सकते हैं जैसा कि फिगर 1 में दिखाया गया है और स्टॉप को पीछे छोड़ते हुए स्टॉक को पिछले स्विंग हाई से पार करते हैं। जैसा कि फिगर में देखा गया है। एक बार जब स्टॉक 2, 3, 4 और 5 को पार कर जाता है, तो स्टॉप लॉस क्रमशः SL2, SL3, SL4 और SL5 पर आ जाता है।

यह उन व्यापारियों के लिए एक आदर्श स्कैन है जिनके पास फुल-टाइम नौकरियां हैं और वे बाजारों को ट्रैक करने के लिए एक दिन में एक घंटे से अधिक खर्च नहीं कर सकते हैं। हालांकि ट्रेडों को खोने के लिए जीतने वाले ट्रेडों की संख्या का अनुपात कम होगा (<1), जीतने वाले ट्रेडों पर लाभ नुकसान का कई गुना होना इसे एक उत्कृष्ट रणनीति बनाता है।

दिन के व्यापारी,ऐसे शेयरों में अपने लंबे ट्रेडों के लिए कम जोखिम वाली प्रविष्टियों को खोजने के लिए इंट्रा डे पुलबैक और सुधार का उपयोग कर सकते हैं। कीमतों का पीछा नहीं करना और धैर्य रखना महत्वपूर्ण है। एक चूका हुआ अवसर एक खोने वाले व्यापार से बेहतर है।

2 महीने का प्राइज़ वॉल्यूम ब्रेकाउट
यह स्कैन केवल ब्रेकाउट के टाइम को छोडकर प्राइज़ वॉल्यूम ब्रेकआउट के समान है। जैसा इसके नाम से पता चलता है, इसके आउटपुट वे स्टॉक्स हैं जो पिछले 2 महीने (50 दिन सटीक) में अपने उच्च के पार निकले हैं।

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इंट्राडे ब्रेकआउट्स

बड़ी वॉल्यूम्स पर तीव्र प्राइज़ गेन/फॉल
यह एक सरल स्कैन है जो उन स्टॉक्स को देखता है जो बड़ी वॉल्यूम्स के साथ तेजी से बढ़ रहे हैं या गिर रहे हैं। प्राइज़ गेन को पेर्सेंटेजेस में डिफ़ाइन किया जाता है और वॉल्यूम को एक सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) की तुलना में देखा जाता है।

पसंदीदा टाइमफ्रेम, सुबह 9.30 बजे 15/30 मिनट या दिन के मूवर्स चुनने के लिए 10 बजे 60 मिनट।

निर्णय लेने से पहले इस स्कैन के परिणामों का विश्लेषण किया जाना चाहिए। एसएमए क्यों चुनें
मैं सुझाव दूँगा कि आप इस विडियो वॉक-थ्रु को देखकर यह समझें कि मैं कैसे इस स्कैन का उपयोग करता हूँ।

हम आने वाले हफ्तों में आपको ब्रेकआउट्स के लिए स्कैनर्स के उपयोग के बारे में अधिक जानकारी देते रहेंगे।

Note: This article is for educational purposes only. Kindly learn from it and build your knowledge. We do not advice or provide tips. We highly recommend to always trade using stop loss.

Arshad Fahoum

Arshad Fahoum

Arshad is an Options and Technical Strategy trader and is currently working with Market Pulse as a Product strategist. He is authoring this blog to help traders learn to earn.

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