इथेरियम में निवेश कैसे करें?

क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने से पहले अपने काम की ये बातें जान लें!
क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने वालों के लिए एक बुरी खबर है. भारत में ही करोड़ों का घोटाला सामने आया है. अगर कोई इसमें निवेश करने की सोच रहा है तो उसे सावधान हो जाना चाहिए.
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बिटक्वाइन, इथेरियम , IOTA.. जिन्हें आज के समय में ये नाम नहीं पता हैं उन्हें यकीनन थोड़ा अपडेट होने की जरूरत है. क्रिप्टोकरंसी के जमाने में आज गूगल का ट्रेंडिंग सवाल ये बन चुका है कि आखिर कैसे इसमें निवेश किया जाए. कुछ सालों पहले 1000 रुपए का निवेश करने वाले लोग भी अब करोड़पति बन गए हैं. लोग लगातार इस बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इस तरह की क्रिप्टो करंसी में निवेश कैसे किया जाता है.
जितने लोग इसमें निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं उतने ही लोग इससे जुड़े स्कैम के खतरे में हैं. हाल ही में दिल्ली में एक स्कैमर का पता चला है. दिल्ली में एक 32 साल के इंसान नरेंद्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तारी का कारण ये था कि नरेंद्र ने लोगों को कहा कि वो नई बनी क्रिप्टोकरंसी कैश क्वाइन (Kashh coin) में निवेश करें और जल्द ही ये बिटक्वाइन से ज्यादा तरक्की कर लेगा. पुलिस के अनुसार आरोपी लोगों को लालच देता था. पूरे भारत में इस गैंग ने कई लोगों से करोड़ों रुपए इकट्ठे किए थे.
कैसे खरीदते थे?
पुलिस की जानकारी के अनुसार कैश क्वाइन को लोग 3.50 रुपए प्रति क्वाइन के दाम पर खरीदते थे और इसके बाद उन्हें एक वेबसाइट में अकाउंट बनाना होता था. पुलिस के अनुसार नरेंद्र पहले एक प्रॉपर्टी डीलर था और उसके बाद उसने नेटवर्क मार्केटिंग में हाथ आजमाया 2016 में वो आसिफ मल्खानी के संपर्क में आया जो इस कैश क्वाइन वेंचर का मास्टर माइंड था.
मखलानी और उसके साथी नेपाल, बेंगलुरु, मुंबई, गुजरात, बिहार आदि में कई बड़े-बड़े सैमिनार करवाते थे और वो इनके जरिए ही लोगों को निवेश करने के लिए लालच देते थे. सैमिनार के वीडियो यूट्यूब पर भी थे.
खतरे की घंटी.
बिटक्वाइन जैसी कई क्रिप्टोकरंसी की ट्रेडिंग मार्केट में चल रही है और इससे जुड़े रिस्क के बारे में भी लगातार लोग आगाह कर रहे हैं. सरकारें इसपर टैक्स लगाने और इसके गैरकानूनी इस्तेमाल जैसे विषयों पर चर्चा कर रही हैं. ये भी नहीं पता कि ये करंसी कब क्रैश हो जाए.
कैश क्वाइन की तरह बाकी कई तरह के स्कैम भी क्रिप्टोकरंसी से जुड़े हुए हैं.
अमेरिका के मिस्टर हॉल ने जल्दी-जल्दी अपनी बिटक्वाइन ट्रेडिंग साइट खोली उसमें इन्वेस्ट किया और डील ले ली. कुछ समय उन्हें लगा कि उनका सिस्टम हैक हो गया है. बिट क्वाइन जा चुका था और पैसे भी. ये हुआ गूगल सर्च की गड़बड़ी के कारण जिसे हैकर्स ने मैनिप्युलेट कर दिया था.
अब सोचिए क्या गलती की मिस्टर हॉल ने? जल्दबाजी? बेहतरीन डील का लालच? या फिर गूगल सर्च पर आंख बंद कर भरोसा करना?
कैसे पता करें कि स्कैम है?
1. स्टील डील..
सबसे पहले ये ध्यान दें कि जिस बेवसाइट पर आप जा रहे हैं वो कोई अनोखी डील तो नहीं दे रही? गूगल इथेरियम में निवेश कैसे करें? पर पहले बिटक्वाइन का रेट और उससे जुड़ी ताजा रिपोर्ट्स जरूर देख लें.
लॉटरी स्कैम, इन्वेस्टमेंट स्कीम आदि सब कुछ आसानी से स्कैम में तब्दील किया जा सकता है. इसमें क्रिप्टोकरंसी का स्कैम तो सबसे बड़ा है. अभी की बात करें तो बिटक्वाइन से जुड़े 77 स्कैम का पता चल चुका है.
2. रिसर्च ही बेहतर है.
सबसे बेहतर तरीका है रिसर्च कर ये पता लगाने का कि आखिर हो क्या रहा है और कैसे निवेश करें. हैकर्स भी सोफेस्टिकेटेड हो गए हैं और उनका काम करने का तरीका भी बदल गया है. अब वो दौन नहीं रहा जहां किसी वेबसाइट पर शक करना आसान होता था.
3. यूआरएल का रखें ध्यान..
बिटक्वाइन और बाकी क्रिप्टोकरंसी से जुड़े स्कैम लगातार आ रहे हैं और जा रहे हैं. सबसे बेहतर होगा कि यूआरएल पर सेक्योर्ड कनेक्शन देख लें और CoinDesk या CoinMarketCap जैसे किसी आधिकारिक सोर्स से ट्रेड करने के पहले प्राइज देख लें.
4. सोशल मीडिया.
सोशल मीडिया पर कोई ऐसा लिंक या कोई ऐसा ईमेल नहीं है जो आपको बिटक्वाइन खरीदने के लिए कहेगा या फिर किसी अन्य तरीके की क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने को कहेगा. अगर ऐसा कोई मेल आया है तो भी आपके लिए बेहतर यही होगा कि ट्रेडिंग किसी आधिकारिक सोर्स से करें.
Kashh coin जैसी गलती कोई भी आसानी से कर सकता है और क्रिप्टोकरंसी में अगर आपको निवेश करना है तो सबसे पहले ध्यान देने वाली बात ये होगी कि गलती से भी कहीं आप किसी स्कैम में न फंस जाएं. क्रिप्टोकरंसी में निवेश करना खतरनाक तो है ही क्योंकि ये किसी को भी नहीं पता कि कब करंसी का रेट गिर जाए, लेकिन अगर निवेश कर रहे हैं तो मेहनत की कमाई इस तरह के किसी स्कैम में न फंस जाए इसकी जांच भी कर लीजिएगा.
इन्वेस्टमेंट के लिए कौन सी क्रिप्टोकरेंसी है सही? यहां है आपके काम की जानकारी
इस समय मार्केट में 11,000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं. कोई भी कॉइन के स्ट्रॉन्ग कम्युनिटी ट्रांजेक्शन के आधार पर फेक कॉइन की पहचान कर सकता है.
- Teena Jain Kaushal
- Publish Date - September 8, 2021 / 12:36 PM IST
एक्सचेंजों के अनुसार लगभग 105 मिलियन भारतीय क्रिप्टो संपत्ति रखते हैं और व्यापारियों की संख्या लगभग 1 मिलियन है.
आज हर तरफ क्रिप्टोकरेंसी की चर्चा है. युवाओं से लेकर निवेशकों तक, सभी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं. हालांकि स्मार्टफोन की मदद से इसे खरीदना और बेचना बेहद आसान इथेरियम में निवेश कैसे करें? हो गया है, लेकिन एक बात जो अभी भी ज्यादातर लोगों को परेशान करती है कि उन्हें कहां निवेश करना चाहिए, खासकर उस समय जब मार्केट में 11,000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं. क्या किसी को केवल बिटकॉइन और इथेरियम जैसे बड़े नामों के साथ रहना चाहिए और जिन क्रिप्टो का ज्यादा नाम नहीं सुना उनसे दूर रहना चाहिए? जब मार्केट नकली क्रिप्टोकरेंसी से भरा हो तो क्या नजरिया होना चाहिए? सही क्रिप्टो की पहचान कैसे करें?
Bitbns के CEO और को-फाउंडर गौरव दहाके ने कहा, कोई भी उस कॉइन के स्ट्रॉन्ग कम्युनिटी ट्रांजेक्शन के आधार पर फेक कॉइन की पहचान कर सकता है. फेक कॉइन की पहचान करते समय एक और फेक्टर को ध्यान में रखना चाहिए कि उस से जुड़ी क्वेरी और इश्यू का जवाब कौन दे रहा है.
इसके अलावा, कोई यह चेक कर सकता है कि क्या वो उस रोडमैप और प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं जिसका वादा किया गया था. आमतौर पर निवेश करने के लिए बेहद सतर्क रुख अपनाना चाहिए, खासकर नए टोकन में. लेजिटीमेट एक्सचेंजों पर इसकी लिस्टिंग को क्रॉस-चेक करके कॉइन के बारे में जाना जा सकता है कि वो फेक हैं कि नहीं. Bitbns जैसे एक्सचेंजों की एक अलग टीम है, जो कॉइन को लिस्ट करने से पहले उसे वेरीफाई करती हैं.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों को वाइट पेपर पढ़ना चाहिए – वाइट पेपर एक आधिकारिक रिपोर्ट या गाइड होती है जो अक्सर इश्यू को एड्रेस करती है और कैसे उन्हें हल किया जा सकता है.
जियोटस क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के को-फाउंडर और CEO विक्रम सुब्बुराज ने कहा, एक बार जब ये आयडिया एक स्ट्रॉन्ग वायबिल फ्यूचर के रूप में रेसोनेट हो जाता है, तो इन्वेस्टर्स को ये इवेलुएट करना होगा कि क्या टोकन के इथेरियम में निवेश कैसे करें? पीछे की टीम सुझाव के अनुसार रोडमैप को एक्जिक्यूट करने में सक्षम है.
ये इंटरव्यू, पार्टनरशिप, न्यूज, रिव्यू आदि से अनुमान लगाया जा सकता है. किसी बड़ी फर्म द्वारा सपोर्ट भी रोडमैप की मजबूती का संकेत दे सकता है.
निवेशकों की ओर से ड्यू डिलिजेंस भी उतना ही महत्वपूर्ण है. निवेश करने से पहले क्रिप्टो के पीछे के प्रोजेक्ट को समझने के लिए रिसर्च की जानी चाहिए.
सुब्बुराज बताते हैं कि ज्यादातर रग पुल (जब प्रमोटर रोडमैप दिए बिना जुटाई गई पूंजी को छीन लेते हैं) निवेशकों की ओर से ड्यू डिलिजेंस की कमी के कारण होते हैं. हर कोई जल्दी पैसा कमाना चाहता है, लेकिन बहुत से लोग निवेश करने से पहले किसी पर्टिकुलर टोकन पर रिसर्च करने के लिए समय नहीं लगाते हैं.
यदि निवेशकों को विश्वास नहीं है कि वो एक टोकन को इवेलुएट करने में सक्षम हैं तो वो स्टेब्लिश हाई से मिडकैप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना बेहतर समझते हैं और इनीशियल कॉइन ऑफरिंग (ICO) और IEO में पार्टिसिपेट नहीं करते हैं.
भारत में क्रिप्टो करेंसी कैसे खरीदें और निवेश कैसे करें | How to buy cryptocurrency in hindi
क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना या निवेश करना बहुत ही आसान है। आप इस पांच स्टेप को फॉलो करके निवेश कर सकते है। पर ध्यान रहे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना एक सट्टे के जैसा है। क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी का रेट हमेशा घाटा बढ़ता रहता है। इसलिए इसमें निवेश करने से पहले इथेरियम में निवेश कैसे करें? अच्छी तरह से रिसर्च कर लेनी चाहिए।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदें (How to buy cryptocurrency)
क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश करें (How to invest in cryptocurrency)
क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने या निवेश करने के लिए। पहले आपको एक ब्रोकर आया क्रिप्टो एक्सचेंजर को चुनना होगा। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एक ऐसा प्लेटफार्म है। जो आपको क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने की सुबिधा काम शुल्क में प्रदान करती है।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ब्रोकर किया है (what is cryptocurrency exchange broker)
क्रिप्टोकरेंसी ब्रोकर उसे कहते है जो क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने की जटिलता को आसान करता हो, और हमारे सामने एक सिंपल इंटर फेस से जानकारी देती है। जो एक्सचेंजर के तुलना में अधिक शुल्क लिया है।
ये बाजार के मूल्य और क्रिप्टो के बारे में जानकारी को बेचकर पैसा कमाती है। आपको बता दे की दलालों से सावधान रहना होगा। क्योंकि आपको प्लेटफार्म से अपनी क्रिप्टोकरेंसी होल्डिंग को स्थांतरित करने पर प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी खरीदने का एप्लीकेशन (Application to buy cryptocurrency)
इसके लिए google play stor पर कई मौजुद है। जैसे की coinSwitch, WazirX और coinDCx app है। हालाकि इस कंपनियों के मानक ट्रेडिंग इंटरफेस शुरुआती में लोगो अभिभूत कर सकता है। खास कर उन लोगो को जो इस में नए है। पर कुछ दिन यूज करने के बाद आसान लगेगा।
अपने क्रिप्टोकरेंसी खाता को सत्यापित करे (Verify Your Cryptocurrency Account)
आपको खाता खोलने के लिए किसी एक्सचेंज ऐप में फोन नंबर या ईमेल से साइन अप करना होगा। जिसमे आधार कार्ड, पेन कार्ड और बैंक अकाउंट के जोड़ कर KYC करना हो। इसलिए ताकि धोखाधड़ी को रोकने और नियामक रूप से चलने के लिया आवश्यक है
सत्यापन या खुदको साबित करने के लिए आप से आधार कार्ड, ड्राइविंग, लाइसेंस,पासपोर्ट किसी एक की प्रतियां या कभी सेल्फी फोटो को भी सबमिट करना परता है। सत्यापन प्रक्रिया पूरी करने के बाद, आप क्रिप्टोकरेंसी को बेचने और खरीदने के लिए सक्षम हो जाएंगे।
क्रिप्टोकरेंसी को अर्जित करने का मुख्य तरीका (Main way to earn cryptocurrency)
जब आपकी क्रिप्टोकरेंसी खरीदते हैं तो या आमतौर पर एक्सचेंज से जुड़ी एक क्रिप्टो वॉलेट में जमा होता है। अगर आप इसे और सुरक्षित स्थान पर ले जाना चाहते हैं तो आप इसे एक्सचेंज से अलग hot wallet या world wallet में ट्रान्सफर कर सकते हैं। इसके लिए आपके राशि के अनुसार एक छोटा सा शुल्क देना पड़ सकता है। इसका दो तरीका है।
गर्म बटुआ (Hot wallet)
हॉट वॉलेट, यह एक ऐसा क्रिप्टो वॉलेट है, जो करेंसी को ऑनलाइन स्टोर करता है। और यह इंटरनेट से जुड़े उपकरणों से जुड़ा होता है। जय की कैंप्यूटर, टेबलेट, फोन पर चलती है। हॉट बुलेट सुविधाजनक है, लेकिन चोरी का उच्चतम जोखिम है क्योंकि यह अभी भी इंटरनेट से जुड़ा हुआ है।
ठंडा बटुआ(Cold wallet)
कोल्ड वॉलेट, यह एक ऐसा क्रिप्टो वॉलेट है। जो इंटरनेट से कनेक्ट नहीं रहता है। जिससे क्रिप्टोकरंसी को रखने के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है। और यह यूएसबी ड्राइव या हार्ड ड्राइव ऐसी बाड़ी उपकरण के रूप में लेते हैं। हालांकि, आपको कोल्ड बोलेट में भी सावधानियां रखनी है।
आदि आप उनसे जुड़ पासवर्ड को खो देते हैं या डिवाइस टूट जाता है या खराब हो जाता है, तो आप कभी भी अपने क्रिप्टोकरंसी को वापस नहीं पा सकते है। जबकि कुछ हॉट बोल्ड के साथ भी ऐसा ही हो सकता है, जो कास्टेडियम द्वारा चलाया जाता है। और लॉक आउट होने पर आपको अपने खाते में वापस लाने में मदद कर सकता हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते समय सावधानियां (Precautions while investing in cryptocurrencies )
अगर कोई वेक्ती क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे है, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। हो सकता है इस सावधानियां बरतने से आपके निवेश करने की प्रक्रिया को एक नई दिशा दे दे।
अगर आप किसी ऐप के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे है। तो उसके बारे में अच्छी तरह से रिसर्च कर लेना की वह सुरक्षति है या नहीं। क्योंकि ज्ञात में बहुत इथेरियम में निवेश कैसे करें? से स्पैमिंग एप मौजूद है।
किसी भी क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने से पहले उस करेंसी की एनालिसास जरूर कर ले। और इस करेंसी के व्यवसायिक की स्थिति के बारे में जान लेना जरूरी है। ताकि सही से निवेश कर सके।
कक्रिपटकरेंसी के फायदे और नुकसान (cryptocurrency Advantages and disadvantages)
फायदा
क्रिप्टोकरंसी एक डिजिटल करेंसी है, जिसेमे धोखाधड़ी की उम्मीद ना इथेरियम में निवेश कैसे करें? के बराबर है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है। क्योंकि यह ब्लॉक्चेन पर पर काम करती है।
क्रिप्टोकरेंसी पर कई देश या अथॉरिटी का कंट्रोल नही होता है। जैसे की नॉट बंधी या करेंसी के मूल्य घटने जैसा कोई खतरा नहीं होता है।
अधिकतर क्रिप्टोकरेंसी में वॉलेट उपलब्ध है, जिससे पैसे की लेन देन करना बहुत हीं आसान है। इसमें अधिक पैसे से निवेश करना फायदेमंद है।क्योंकि इसकी प्राइज बहुत तेजी से ग्रोथ कर रहा है।
क्रिप्टोकरेंसी पर किसी देश का कंट्रोल नही है, इसका मतलब यह तय है की हम देश के बाहर कितने भी पैसे भेज और मगवा सकते है इससे सरकार को पता नहीं चलेगा।
नुक्सान
इसका उपयोग गलत कामों के लिए, जैसे हाथियार खरीदना, ड्रग्स सप्लाई और कलाबाजार आसानी से किया जा सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग सरकार से काला धन को छुपाने के लिए भी किया जाता है। इसके बारे में किसी को भी पता इथेरियम में निवेश कैसे करें? नहीं चलेगा।
इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसका कोई भौतिक रूप नहीं होता क्योंकि इसका मुद्रण नहीं किया जा सकता।
क्रिप्टो करेंसी में एक बार ट्रांजैक्शन पूर्ण हो जाने के बाद उसे रिवर्स करना नाम मुमकिन है, क्योंकि इसमें वैसा कोई ऑप्शन ही नहीं है।
इन्वेस्टमेंट के लिए कौन सी क्रिप्टोकरेंसी है सही? यहां है आपके काम की जानकारी
इस समय मार्केट में 11,000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं. कोई भी कॉइन के स्ट्रॉन्ग कम्युनिटी ट्रांजेक्शन के आधार पर फेक कॉइन की पहचान कर सकता है.
- Teena Jain Kaushal
- Publish Date - September 8, 2021 / 12:36 PM IST
एक्सचेंजों के अनुसार लगभग 105 मिलियन भारतीय क्रिप्टो संपत्ति रखते हैं और व्यापारियों की संख्या लगभग 1 मिलियन है.
आज हर तरफ क्रिप्टोकरेंसी की चर्चा है. युवाओं से लेकर निवेशकों तक, सभी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं. हालांकि स्मार्टफोन की मदद से इसे खरीदना और बेचना बेहद आसान हो गया है, लेकिन एक बात जो अभी भी ज्यादातर लोगों को परेशान करती है कि उन्हें कहां निवेश करना चाहिए, खासकर उस समय जब मार्केट में 11,000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं. क्या किसी को केवल बिटकॉइन और इथेरियम जैसे बड़े नामों के साथ रहना चाहिए और जिन क्रिप्टो इथेरियम में निवेश कैसे करें? का ज्यादा नाम नहीं सुना उनसे दूर रहना चाहिए? जब मार्केट नकली क्रिप्टोकरेंसी से भरा हो तो क्या नजरिया होना चाहिए? सही क्रिप्टो की पहचान कैसे करें?
Bitbns के CEO और को-फाउंडर गौरव दहाके ने कहा, कोई भी उस कॉइन के स्ट्रॉन्ग कम्युनिटी ट्रांजेक्शन के आधार पर फेक कॉइन की पहचान कर सकता है. फेक कॉइन की इथेरियम में निवेश कैसे करें? पहचान करते समय एक और फेक्टर को ध्यान में रखना चाहिए कि उस से जुड़ी क्वेरी और इश्यू का जवाब कौन दे रहा है.
इसके अलावा, कोई यह चेक कर सकता है कि क्या वो उस रोडमैप और प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं जिसका वादा किया गया था. आमतौर पर निवेश करने के लिए बेहद सतर्क रुख अपनाना चाहिए, खासकर नए टोकन में. लेजिटीमेट एक्सचेंजों पर इसकी लिस्टिंग को क्रॉस-चेक करके कॉइन के बारे में जाना जा सकता है कि वो फेक हैं कि नहीं. Bitbns जैसे एक्सचेंजों की एक अलग टीम है, जो कॉइन को लिस्ट करने से पहले उसे वेरीफाई करती हैं.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों को वाइट पेपर पढ़ना चाहिए – वाइट पेपर एक आधिकारिक रिपोर्ट या गाइड होती है जो अक्सर इश्यू को एड्रेस करती है और कैसे उन्हें हल किया जा सकता है.
जियोटस क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के को-फाउंडर और CEO विक्रम सुब्बुराज ने कहा, एक बार जब ये आयडिया एक स्ट्रॉन्ग वायबिल फ्यूचर के रूप में रेसोनेट हो जाता है, तो इन्वेस्टर्स को ये इवेलुएट करना होगा कि क्या टोकन के पीछे की टीम सुझाव के अनुसार रोडमैप को एक्जिक्यूट करने में सक्षम है.
ये इंटरव्यू, पार्टनरशिप, न्यूज, रिव्यू आदि से अनुमान लगाया जा सकता है. किसी बड़ी फर्म द्वारा सपोर्ट भी रोडमैप की मजबूती का संकेत दे सकता है.
निवेशकों की ओर से ड्यू डिलिजेंस भी उतना ही महत्वपूर्ण है. निवेश करने से पहले क्रिप्टो के पीछे के प्रोजेक्ट को समझने के लिए रिसर्च की जानी चाहिए.
सुब्बुराज बताते हैं कि ज्यादातर रग पुल (जब प्रमोटर रोडमैप दिए बिना जुटाई गई पूंजी को छीन लेते हैं) निवेशकों की ओर से ड्यू डिलिजेंस की कमी के कारण होते हैं. हर कोई जल्दी पैसा कमाना चाहता है, लेकिन बहुत से लोग निवेश करने से पहले किसी पर्टिकुलर टोकन पर रिसर्च करने के लिए समय नहीं लगाते हैं.
यदि निवेशकों को विश्वास नहीं है कि वो एक टोकन को इवेलुएट करने में सक्षम हैं तो वो स्टेब्लिश हाई से मिडकैप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना बेहतर समझते हैं और इनीशियल कॉइन ऑफरिंग (ICO) और IEO में पार्टिसिपेट नहीं करते हैं.