फोरेक्स रणनीति

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें?

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें?
Trading Tips: बाजार की मौजूदा उतार-चढ़ाव के बीच ट्रेडर्स को मॉनीटरी रूझान पर निगाह बनाए रखना चाहिए ताकि अपने पैसों को डूबने से बचा सकें. (Image- Pixabay)

Online Trading Kaise Kare | मोबाइल से शेयर ट्रेडिंग कैसे करें | Online Trading in Hindi

आपके पास समय की कमी होने के बावजूद भी आप शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कर सकते हैं केवल आपको एक बेहरीन और विश्वशनीय एप आपने मोबाइल में डाउनलोड करना है और ट्रेडिंग और डीमेट अकाउंट ओपन करना है जो कि फ्री होता है।

पिछेल कुछ सालों में मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया में एक क्रांति आ गयी आपके हर काम मोबाइल एप की सहायता से हो रहे है चाहे बिल का भुगतान हो या फिर ऑनलाइन शॉपिंग।

इन ऐप की के माध्यम से आप दुनिया के किसी भी कोने में हो वही से शेयर की ट्रेडिंग कर सकतें हैं और आपने पोर्टफोलियो पर नजर रख सकतें हैं।

हाल के कुछ महीनों में ऑनलाइन ट्रेडिंग (Online Trading Kaise Kare) का चलन काफी बढ़ गया है और जिन लोगों को शेयर मार्किट से डर लगता था आज वैसा नहीं है क्यूंकि ढेरो जानकारी इंटरनेट पर मौजूद है।

इस लेख में आप जानेंगे की ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे (Online Trading Kaise Kare) की जाती है? ऑनलाइन ट्रेडिंग के फायदे और नुक्सान और कौनसा एप सबसे विश्वसनीय है ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के लिए।

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ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करें? – Online Trading Kaise Kare

ऑनलाइन ट्रेडिंग के शुरू करने के लिए आपको कुछ कदम उठाने होते है जी बेहद जरुरी है। जिसकी शुरुवात आपको एक इंटरनेट कनेक्शन से करनी होती है जो फ़ास्ट होना चाहिए। कुछ जरुरी स्टेप के बाद आप ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग शुरू कर सकतें हैं।

  • सबसे पहले आपको किसी बेहतरीन ऑनलाइन ट्रेडिंग एप का चयन करना होगा, मैं आपको Upstox Pro App के लिए सलाह देता हूँ।
  • Upstox Pro App पर आपको डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा जो बेहद आसान है कुछ सिंपल स्टेप से अकाउंट ओपन हो जाता है।
  • Upstox Pro एप आपके रजिस्ट्रेशन के सभी बेसिक फॉर्मेलिटी पूरा होने का इंतज़ार करें जो कुछ मिनटों में हो जायेगा।
  • अब आपके पास आपका यूजर आईडी, पासवर्ड और एक पिन नंबर मिलता है जो आपके अकाउंट में लॉगइन करने के लिए दिया जाता है।
  • केवल आपको ट्रेडिंग अकॉउंट में फण्ड डालना होगा।

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Upstox Pro एप ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करें?

आप किसी भी प्लेटफार्म से शेयर की ट्रेडिंग करें सभी का एक ही तरीका होता है। चलिए जानते हैं आप ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे (Online Trading Kaise Kare) कर सकतें हैं।

  1. सबसे पहले, आपको अपने ऐप या वेबसाइट पर लॉग इन करना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि आपके ट्रेडिंग अकाउंट में पर्याप्त राशि हो। अगर राशि पर्याप्त नहीं है तो राशि जमा करें।
  2. अब आप जिस स्टॉक को खरीदना चाहते हैं उसके लिए सर्च बॉक्स खोजें।
  3. आप अपने सामने स्टॉक देखेंगे जहां कीमत में उतार-चढ़ाव हो रहा है। स्टॉक के ऊपर क्लिक करो
  4. अब आपके सामने एक नयी विंडो खुल गई है और निचे Buy और Sale का ऑप्शन नजर आ रहा होगा। Buy के ऑप्शन पर क्लिक करो।
  5. अब आपके सामने एक नई विंडो खुल गई है जिसमें शेयर की कीमत ऊपर दिखाई गई है। उसके नीचे, डिलीवरी या इंट्राडे चुनें, फिर कितनी मात्रा में खरीदना है भरो फिर आपको मार्किट प्राइस का ऑप्शन दिखाए देगा उसे चुने या फिर आपने रेट भरें। अब रिव्यु वाले बटन पर क्लिक करें।
  6. अब आपके सामने रिव्यु विंडो खुल गयी जो ये देखने के लिए है सभी डिटेल सही है तो आर्डर को कन्फर्म बटन दबा दें।
  7. अब आपके सामने रिव्यु विंडो खुल गयी जो ये देखने के लिए है सभी डिटेल सही है तो आर्डर को कन्फर्म बटन क्लिक करके खरीद ले।
  8. आपको आर्डर आपके आर्डर सेक्शन में दिखाई देगा।
  9. यदि आपको इसे बेचना है तो आपको पोर्टफोलियो वाले सक्शन में जाये और जिस शेयर को बेचना है उसे क्लिक करें।
  10. आप आपको एक स्क्वायर ऑफ (Square Off) का बटन दिख रहा होगा जो बेचने वाला है उस पर क्लिक करें और वही स्टेप फॉलो करें जो खरदीने में किया गया था।

ऑनलाइन ट्रेडिंग के फायदे

  • आप दुनिया में कहीं से भी शेयर ट्रेडिंग कर सकते हैं।
  • पेपर लेस ट्रेडिंग।
  • इनफार्मेशन तक आसानी से पहुँच।
  • आपने पोर्टफोलियो की आसान निगरानी।
  • ट्रेडिंग निपटान में जोखिम में कमी

ऑनलाइन ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?

जब आप शेयर ट्रेडिंग करते है तो इसके दो विकल्प है जिनको जानना जरुरी है। आपको (Online Trading Kaise Kare) शेयर की खरीद और बिक्री दो प्रकार से कर सकते हैं एक लिमिट और दूसरा मार्किट.

Market: –जब आप किसी शेयर को खरीदते या बेचते हैं तो उस समय जो शेयर की कीमत जिस बाजार में होती है उस कीमत पर ट्रेडिंग करना मार्किट कहलाता है।

Limit:- लिमिट में आपके पास विकल्प होता है कि आपने ट्रेडिंग के रेट को सेट कर सकते हैं जब शेयर का रेट उस होगा तभी शेयर में ट्रेडिंग होगी अन्यथा नहीं होगी।

ऑनलाइन सिक्योरिटी को कैसे मजबूत करें?

हालंकि की ये बड़ी कंपनियों है जिन पर सेबी की कड़ी गाइडलाइन को फॉलो करना होता है इसलिए यहाँ सुरक्षा की चूक होने की सम्भवना कम होती है फिर भी आपको कुछ इम्पोर्टेन्ट पॉइंट को देखना चाहिए।

  • अपना ओटीपी, पासवर्ड, यूजर आईडी, अकाउंट पिन कोड किसी दूसरे व्यक्ति से शेयर ना करें।
  • वेबसाइट का सस्ल सर्टिफिकेट जरूर चेक करें।
  • इन्वेस्टर की जानकारी ले।

ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे काम करती है?

सेबी (SEBI) के निर्देशानुसार ने सभी ब्रोकर एक्सचेंज को आदेश किया है शेयर की खरीद होने के बाद एक वर्किंग डे के भीतर ही आपके शेयर को पूल अकाउंट से डीमेट अकाउंट में ट्रांसफर करना होगा। ऐसा ही शेयर के बेचने में मामले में भी है तब ब्रोकर को राशि को आपके अकाउंट में ट्रांफर करने के आदेश है।

भारतीय स्टॉक मार्केट T+2 साइकिल पर आधारित है जिस कारण यह अंतराल होता है।

यदि आपने उसी दिन शेयर खरीदे और बेचे हैं तो कुछ शुल्क कटाने में बाद राशि अंतर आपके अकाउंट में एडजस्ट कर दी जाएगी।

कुछ ब्रोकर एजेंसी ऑनलाइनऑफलाइन ट्रेडिंग के चार्ज में भरी (Online Trading Kaise Kare) अंतर है।

सबसे विश्वसनीय ऑनलाइन ट्रेडिंग एप

सबसे विश्वसनीय ट्रेडिंग एप की बात करें तो मैं आपको Upstox Pro इस्तेमाल करने की सलाह दूंगा। इसका सबसे बड़ी वजह इसमें श्री रतन टाटा की हिस्सेदारी है जो मुझे काफी विश्वसनीय बनाती है। दूसरा इसक इंटरफ़ेस सिंपल है जो पहली बार में ही समझ आ जाता है कैसे इस्तेमाल होगा।

इसका यूजर बेस 1 करोड़ से अधिक है कुछ ही सालों में जिन्होंने इसको 4.5 की रेटिंग दी है जो सभी ट्रेडिंग एप से अधिक है।

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FAQ – Online Trading Kaise Kare

मोबाइल से ट्रेडिंग कैसे करे?

मोबाइल से ट्रेडिंग करने के लिए आपको एक बेस्ट ट्रेडिंग एप का इस्तेमाल करना चाहिए जिसका इंटरफ़ेस सिंपल हो। ऊपर मोबाइल से कैसे ट्रेडिंग करें पूरी जानकारी दी गई है।

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे सीखें?

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग सिखने के लिए आपको बुक्स और लगातार प्रेक्टिस की आवश्कता होती है या आप चाहे तो ऑनलाइन कोर्स की सहायता से भी सिख सकतें हैं।

सबसे अच्छा शेयर मार्केट कौन सा है?

सबसे अच्छा शेयर मार्केट वो है जहा आपको पैसा बनाने का मौका मिलता हो यदि हम भारत की बात करें तो NSE सबसे अच्छा शेयर मार्किट है।

सबसे अच्छा ट्रेडिंग ऐप कौन सा है?

Upstox Pro सबसे अच्छा और भरोसेमंद ट्रेडिंग एप है जिसमे श्री रतन टाटा जी का भी स्टेक है।

Final Verdict – Online Trading Kaise Kare

मुझे आशा है कि इस (Online Trading Kaise Kare) लेख ने आपके सभी सवालों का जवाब दिया होगा यदि आपके मन में अभी भी कोई सवाल रहता है तो आपको कमेंट बॉक्स में पूछ सकतें हैं। और मैं मनाता हूँ आपको आपको आज से ही निवेश शुरू करना चाहिए जिसके आपको Upstox Pro को चुनना चाहिए।

स्टॉक मार्केट में Out of the Money ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे शुरू करें ?

दूर के ऑप्शन्स (Out Of The Money Options)

दूर का ऑप्शन, जी हाँ दोस्तों, जो की हमेशा एक्ट्रॅक्टिव्ह दिखता है। हमें ललचाता भी है अपने परफॉर्मन्स से! यह हो जाता है 5 रूपये से 50 का 100 का या उससे भी ज्यादा। है ना?

दूर का छोटा ऑप्शन याने की ऐसा ऑप्शन जो अंडरलेयिंग असेट (शेअर,इंडेक्स) के "चालू कीमत से काफी दूर होता है।" यह हम सभी को मालूम है। कीमत के उतार-चढ़ाव से ऑप्शन में हलचल होती है। "तेज और बड़े बदलाव से" ही दूर के ऑप्शन में बड़ी बढ़त या गिरावट आती है। इस पर हमारा एकमत हो सकता है।

और इस पर भी की बड़े मुव्ह किसी बड़े फंडामेंटल या टेक्निकल के कारण ही आतें है। इसलिए स्ट्रॉन्ग फंडामेंटल न्यूज़ या टेक्निकल सेट अप को बनते हुए देखकर ही Out Of The Money ऑप्शन्स में B.T.S.T. का ट्रेड लिया जाता है।

दूर का कॉल ऑप्शन ( Out Of The Money Call Option)

उदाहरण

1 ) कंपनी के शेअर की कीमत Rs. 500 है। ऑप्शन के लिए स्ट्राइक प्राइस 5 रूपये के फर्क से है। तो Rs. 500 से ज्यादा की स्ट्राइक प्राइसेस जैसे की 505, 510, 515, . कॉल ऑप्शन आउट ऑफ़ द मनी कहलातीं है। यहाँ दूर का छोटा कॉल ऑप्शन Rs. 550 स्ट्राइक प्राइस का हो सकता है।

2 ) बॅंक निफ़्टी अगर 36,000 पर है तो 36,100, 36,200, 36,300, . यह कीमतें कॉल ऑप्शन के लिए आउट ऑफ़ मनी कहलातीं है। इसमें दूर का छोटा कॉल ऑप्शन 37,000 के स्ट्राइक प्राइस का हो सकता है।

दूर का पुट ऑप्शन ( Out Of The Money Put Option)

उदाहरण

1 ) कंपनी के शेअर की कीमत Rs. 500 है। Rs. 500 से कम की स्ट्राइक प्राइसेस जैसे की 495, 490, 485, . यह आउट ऑफ़ द मनी पुट ऑप्शन कहलातीं है। यहाँ दूर का छोटा पुट ऑप्शन Rs. 450 स्ट्राइक प्राइस का हो सकता है।

2 ) बॅंक निफ़्टी अगर 36,000 पर है तो 35,900, 35,800, 35,700, . यह कीमतें पुट ऑप्शन के लिए आउट ऑफ़ मनी होतीं है। इसमें दूर का छोटा पुट ऑप्शन 35,000 तक के स्ट्राइक प्राइस का हो सकता है।

सुचना

स्टॉक मार्केट इंडेक्स का दूर का ऑप्शन

अब आतें है स्टॉक मार्केट में। और अपना अकाउंट खोलकर उसमें थोडासा पैसा डालतें है। और अपने अकाउंट पर "F&O Trading की सुविधा" चालू करतें है। हमने यह किया है तो चलिये आगे बढ़ते है। फंडामेंटल एनालिसिस अच्छे से करके हम आसानी से इंडेक्स के दूर के छोटे ऑप्शन्स में ट्रेडिंग करके बड़ा मुनाफा कमा सकतें है।

1 ) इंडेक्स जैसे की "निफ़्टी, बॅंक निफ़्टी" इनमें दूर के ऑप्शन्स में ट्रेडिंग करना अच्छा होता है। इसमें आवश्यक " व्होल्युम होता है।" इंडेक्स के ऑप्शन्स में बायिंग, सेलिंग आसानी से कर सकतें है।

2 ) इंडेक्स के ऑप्शन्स का लॉट साइज छोटा है। जैसे की निफ़्टी का एक लॉट 50 और बॅंक निफ़्टी का तो सिर्फ 25 क्वान्टिटी का एक लॉट आता है। कम कॅपिटल में हम "ज्यादा लॉट लें सकतें है।" एवरेज कर सकतें है। और थोड़ा-थोड़ा बेच सकतें है।

3 ) इंडेक्स के ऑप्शन्स में बहुत बड़े मात्रा में ट्रेडिंग होती है। इस लिए "कोई व्यक्तिगत मनमानी नहीं कर सकता।" कोई तय करके अपने हिसाब से भाव बढ़ा या गिरा नहीं सकता।

कंपनी के शेअर का दूर का छोटा ऑप्शन

1 ) कंपनी का शेअर "F&O लिस्ट में होना आवश्यक है।" हमें इसपर ध्यान देना चाहिये की जिन शेअर्स के दूर वाले ऑप्शन्स में व्होल्युम नहीं है। उन में ट्रेडिंग करने से हमें बचना चाहिये।

2 ) कंपनी से जुड़ा कोई "विशेष कारण होना चाहिये" जैसे की न्यूज़। न्यूज़ अच्छी हो या बुरी, उसका हमें शीघ्र पता लगाके दूर का ऑप्शन लेना होता है। अच्छी खबर के चलते कॉल लेना है। बुरी खबर हो तो पुट ऑप्शन लेना चाहिये। इस तरह की सारी न्यूज़ हम इन्व्हेस्टिंग इंडिया पर पढ़ सकतें है।

3 ) "ओपन इंटरेस्ट और चेंज इन ओपन इंटरेस्ट" को हम N.S.E.India पर कंपनी का नाम सर्च करके, डेरीव्हेटिव्हज में, ऑप्शन चेन में देख सकतें है। उनका जिक्र Change IN OI और OI ऐसा किया गया है।

4 ) टेक्निकल एनालिसिस का महत्व ध्यान में लेतें हुए ट्रेड के लिए टेक्निकली राइट एन्ट्री पॉइन्ट तय करना है। टेक्निकल एनालिसिस शेअर के चार्ट का करना होता है। सपोर्ट,रेजिस्टन्स और ट्रेन्ड लाइन तो शेअर के चार्ट पर ही लगानी है। दूर के छोटे ऑप्शन का चार्ट "मुव्ह की तुलना करने के लिये" देखा जा सकता है।

D ) "दोन स्टॉप लॉस की कीमतों में जो छोटी है, वह स्टॉप लॉस चुनें।" और जाहिर सी बात है की इससे लॉस कम होगा।

स्मॉल ऑप्शन स्टॉक्स इन इंडिया

लॉट साइज के बड़े होने से एकदम छोटा ऑप्शन लेने जायें तो भी बहुत कॅपिटल की जरूरत होती है। हमें ट्रेडिंग करने के लिए कम क्वांटिटी वाला अच्छा शेअर चुनना होता है। "जिस शेअर का प्राइस ज्यादा है उसका लॉट साइज कम होता है।" समय-समय पर लॉट साइज में बदलाव होतें रहतें है।

छोटे ऑप्शन का स्टडी

इसमें क्या-क्या स्टडी करना है। कौन-कौन से टॉपिक समज़ने है। यह समझ लें तो बहुत आसान है। तो आइये मिलकर शुरू करतें है।

1 ) पहला कदम यह है की Stock Market क्या है यह प्राथमिक जानकारी लेना। यह हमें मालूम है तो आगे बढ़ते है।

2 ) फिर हमें फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस के बारें में जानना है। इससे हमें ऑप्शन्स ट्रेडिंग करते वक्त आसानी होतीं है। लगातार बनते चार्ट पर सही तरीके से "टेक्निकल सेट-अप" लगाना फायदेमंद होता है।

3 ) चार्ट्स के अलग अलग प्रकार होतें है। इनका स्टडी करके अपने हिसाब से चार्ट सिलेक्ट करना है। ज्यादातर ट्रेडर्स "कॅंडल स्टिक चार्ट" का इस्तेमाल करतें है। शेअर के चार्ट में व्होलॅटिलिटी कम होनी चाहिये। शेअर में रिव्हर्सल में ट्रेड लेना और नयी पोजीशन के लिये ट्रेड लेना मुमकिन होना चाहिये। याने की जिन चार्ट पर एक तरफा के अच्छे मुव्ह दिखतें है। उनमें छोटा ऑप्शन ट्रेड लें सकतें है।

4 ) चार्ट सिलेक्ट करने के बाद चार्ट पर "सपोर्ट, रेजिस्टेन्स और ट्रेन्ड लाइन" का इस्तेमाल करना, सीखना चाहिये। हमें यह सही से करना आता है। तो अब यहाँ से आगे बढ़ते है।

5 ) कंपनी के शेअर का छोटा ऑप्शन लेने के लिये उस "कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस" करना चाहिये। ताकि उभरते हुए ट्रेन्ड के साथ तालमेल बनाके काम किया जाये।

इन बातों का स्टडी करके हम आत्मविश्वास के साथ छोटा ऑप्शन लें सकतें है। मन में सवाल यह उठेगा की थोड़ा पैसा ही तो लगाना है इसके लिये इतना स्टडी क्यों करना है। जवाब में कहते है की स्टडी, "थोड़ा पैसा लगाने के लिये और बड़ा पैसा कमाने के लिये करना है।" यह स्टडी स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? करके हम छोटा ही क्या बड़े से बड़ा ऑप्शन लें सकेंगे। है की नहीं? और मुझे पूरी उम्मीद है की हम मिलकर यह कर सकतें है। कुछ डिफिकल्टी आये तो कमेंट में लिखना। अभी पूरा नहीं हुआ है। आगे हमारे लिये बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध है। तो चलिये आगे बढ़ते है।

छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल

स्टाइल याने की "काम करने का तरीका।" अपनी चाहत के अनुसार हम शेअर या इंडेक्स का चुनाव करतें है। उसके बारें में सारा स्टडी करतें है। और अपनी एक खास स्टाइल बनातें है। यहाँ पर एक स्टाइल दी गयी है। जिसके जरिए हम, फियर और ग्रीड को कंट्रोल करके ट्रेडिंग कर सकतें है।

Trading Tips Share Market: अगर आप ऐसे करेंगे ट्रेडिंग, तो शेयर मार्केट में स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? कभी नहीं डूबेगा आपका पैसा

Share Market में काफी उतार-चढ़ाव चल रहा है, ऐसे में जो आदमी इसमें अपना मेहनत का पैसा लगता है, उसे काफी हद तक सतर्क रहने की जरूरत होती.

By: ABP Live | Updated at : 24 Aug 2022 03:46 PM (IST)

Edited By: Sandeep

Trading Tips In Share Market : आज के दौर में शेयर बाजार (Share Market) में काफी उतार-चढ़ाव चल रहा है, ऐसे में जो आदमी इसमें अपना मेहनत का पैसा लगता है, उसे काफी हद तक सतर्क रहने की जरूरत होती. उसे शेयर मार्केट पर बारीक़ निगाह रखनी पड़ती है, ट्रेडर्स पर निगाह गड़ाए रखना होता है. जिससे आपका पैसा मार्केट में अच्छा बैकअप दे और डूबे नहीं. आपको ट्रेंडिंग करते समय कुछ बातो का ध्यान रखते है, तो आपका शेयर मार्केट में कभी नहीं डूबेगा. ये निम्न बातें है-

  • शेयरों की खरीद-फरोख्त से पहले आपको रिसर्च करना चाहिए. इससे आसानी होगी कि किस भाव पर आपको अपनी पोजिशन को स्क्वॉयर ऑफ करना है.
  • Share Market से पैसे बनाने के लिए आपको आंकलन करना चाहिए. बाजार के रूझानों की बजाय स्पष्ट संकेत मिलने पर ट्रेडिंग करें. फंडामेंटल रूप से मजबूत कंपनी में निवेश कपना बेहतर फैसला है.
  • बाजार को लेकर सटीक अनुमान से आप बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. फॉरेक्स ट्रेडर्स तकनीक का जमाना आ गया है जिससे ट्रेडर्स को रीयल टाइम में मार्केट डेटा मिल जाता है.
  • Share Market में ट्रेडि्ंग पिरामिड (Trading Pyramid) अप्रोच के साथ करें. शेयर मार्केट में आपको रिस्क के बारे में पहले ही सोचना होगा कि आप कितनी पूंजी गंवाने की क्षमता रखते हैं.
  • आपको ऐसा पैसा निवेश करना होगा जिसे आप अफोर्ड कर सकते हैं. रिस्क पिरामिड (Risk Pyramid) का मतलब है कि रिस्क के हिसाब से अपनी पूंजी को बांटकर ट्रेडिंग कर सके.
  • रिस्क मैनेज के लिए जरूरी है कि आप स्टॉप लॉस (Stop Loss) का इस्तेमाल करें और अपने प्रॉफिट को सुरक्षित करें.
  • स्टॉप लॉस का मतलब सौदा शुरू करने से पहले ऐसा प्राइस लेवल तय करना है जिसके नीचे आप रिस्क नहीं लेना चाहते हैं.
  • वहीं दूसरी तरफ टेक प्रॉफिट (Take Profit) एक लिमिट ऑर्डर है जिसका इस्तेमाल एक खास भाव पहुंचने पर मुनाफा कमाने के लिए किया जाता है.
  • अगर आप ट्रेडिंग करते हैं तो आपको स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? एक स्ट्रेटजी के साथ मार्केट में एंट्री करनी होगी. इससे आप किस तरह से ट्रेड करते है.
  • जब आप स्ट्रेटजी के हिसाब से चलेंगे तो न सिर्फ आपका समय बचेगा बल्कि आप बड़े स्तर पर चीजों को देख-समझ सकेंगे.

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Published at : 24 Aug 2022 06:44 PM (IST) Tags: Share Market trading Share market Tips Trading Tips trading share price हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Trading Tips: ट्रेडिंग करते समय इन पांच बातों का रखें ख्याल, नहीं डूबेगा शेयर मार्केट में पैसा

Trading Tips: किसी भी तरीके से आप फैसले लें, ट्रेडिंग करते समय कुछ चीजों का आपको हमेशा ख्याल रखना चाहिए.

Trading Tips: ट्रेडिंग करते समय इन पांच बातों का रखें ख्याल, नहीं डूबेगा शेयर मार्केट में पैसा

Trading Tips: बाजार की मौजूदा उतार-चढ़ाव के बीच ट्रेडर्स को मॉनीटरी रूझान पर निगाह बनाए रखना चाहिए ताकि अपने पैसों को डूबने से बचा सकें. (Image- Pixabay)

Trading Tips: बाजार की मौजूदा उतार-चढ़ाव के बीच ट्रेडर्स को मॉनीटरी रूझान पर निगाह बनाए रखना चाहिए ताकि अपने पैसों को डूबने से बचा सकें. चाहे आप मार्केट में ट्रेड करें या इंवेस्टमेंट, बाजार की इस उतार-चढ़ाव के बीच बेहतर फैसला लेना होता है ताकि रिस्क को घटा सकें और अपने रिटर्न को बढ़ा सकें. हालांकि किसी भी तरीके से आप फैसले लें, ट्रेडिंग करते समय कुछ चीजों का आपको हमेशा ख्याल रखना चाहिए.

अफोर्डेबल रिल्क

अगर सब कुछ आपकी रणनीति के मुताबिक ही रहा तो शेयरों की ट्रेडिंग से आप शानदार मुनाफा कमा सकते हैं लेकिन शेयर मार्केट में उतना ही रिस्क लेना चाहिए जितनी आपकी क्षमता हो. रिस्क का मतलब है कि आप कितनी पूंजी गंवाने की क्षमता रखते हैं. कभी भी ऐसे पैसे को निवेश करें जिसे आप गंवाना नहीं अफोर्ड कर सकते हैं. कोशिश करें कि शेयर मार्केट में ट्रेडि्ंग पिरामिड अप्रोच के साथ करें. रिस्क पिरामिड का मतलब है कि रिस्क के हिसाब से अपनी पूंजी को बांटकर ट्रेडिंग करना.

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‘स्टॉप लॉस’ और ‘टेक प्रॉफिट’ के साथ करें ट्रे़डिंग

ट्रेडिंग के दौरान भाव में उतार-चढ़ाव को लगातार ट्रैक करना लगभग असंभव है. चूकने पर भारी नुकसान भी हो सकता है और बंपर मुनाफा भी. हालांकि रिस्क मैनेज करने के लिए जरूरी है कि आप स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करें और बाजार की विपरीत परिस्थितियों में अपने प्रॉफिट को सुरक्षित करें. स्टॉप लॉस का मतलब सौदा शुरू करने से पहले ऐसा प्राइस लेवल तय करना है जिसके नीचे आप रिस्क नहीं लेना चाहते हैं. वहीं दूसरी तरफ टेक प्रॉफिट एक लिमिट ऑर्डर है जिसका इस्तेमाल एक खास भाव पहुंचने पर मुनाफा कमाने के लिए किया जाता है.

तकनीकी का करें इस्तेमाल

ट्रेडिंग में संभवतः टाइम फैक्टर सबसे महत्वपूर्ण टूल है. बाजार को लेकर सटीक अनुमान से आप बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. काफी समय पहले फॉरेक्स ट्रेडर्स को स्टॉक एक्सचेंज ऑफिसों से फॉरेक्स मार्केट के उतार-चढ़ाव की जानकारी लेनी होती थी लेकिन अब तकनीक का जमाना आ गया है जिससे ट्रेडर्स को रीयल टाइम में मार्केट डेटा मिल जाता है.

अपना रिसर्च करें

शेयरों की खरीद-बिक्री से पहले रिसर्च जरूर करना चाहिए. इससे आपको यह तय करने में आसानी होगी कि किस भाव पर आपको अपनी पोजिशन को स्क्वॉयर ऑफ करना है. शेयर मार्केट से पैसे बनाने के लिए हमेशा किस्मत ही नहीं, एनालिसिस भी बहुत महत्पूर्ण भूमिका निभाती है. बाजार के रूझानों की बजाय स्पष्ट संकेत मिलने पर ही ट्रेडिंग करें. फंडामेंटल रूप से मजबूत कंपनी में निवेश कपना बेहतर फैसला है.

स्ट्रेटजी के साथ करें ट्रेडिंग

अगर आप शेयरों की खरीद-बिक्री यानी ट्रेडिंग करते हैं तो आपको एक स्ट्रेटजी के साथ मार्केट में प्रवेश करना चाहिए. इससे आपको यह स्पष्ट रूप से पता रहेगा कि आप किस तरह से ट्रेड करना चाहिए. जब आप स्ट्रेटजी के हिसाब से चलेंगे तो न सिर्फ आपका समय बचेगा बल्कि आप बड़े स्तर पर चीजों को देख-समझ सकेंगे जो समय, इकनॉमिक ट्रेंड और मार्केट एक्सपेक्ट्स के हिसाब से बदलती रहती हैं.
(Article: Marc Despallieres, Chief Strategy & Trading Officer at Vantage)

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शेयर बाजार में कैसे निवेश करें

शेयर बाजार में कैसे निवेश करें

एंजल ब्रोकिंग में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें लॉन्ग पोजीशन दर्शाती है कि मार्केट में आपके दृष्टिकोण के हिसाब से तेजी है। अपने विश्लेषण करने के बाद यदि आपको लगता है कि मार्केट मौजूदा पोजीशन से ऊपर जाएगी तो आपको निफ़्टी, बैंक निफ़्टी या सेंसेक्स या स्टॉक खरीदने चाहिए।

आइए इसको एक उदाहरण के साथ समझे मान लीजिए निफ़्टी 13500 पर है और आप यह सोचते हैं कि यह अभी और ऊपर जाएगा। इस परिदृश्य में आप निफ्टी या अपनी पसंद का स्टॉक खरीदेंगे।

शार्ट पोजीशन का अर्थ है कि मार्केट में आपके दृष्टिकोण के हिसाब से मंदी है और आप यह सोचते हैं की करंट पोजीशन से मार्केट नीचे जाएगी।

उदाहरण के तौर पर मान लेते हैं कि निफ्टी 13500 पर है (12-12- 2020) और विश्लेषण करने के बाद आप यह मान लेते हैं कि अगले कुछ दिनों में या उसी दिन यह 13000 तक गिर जाएगा। तब इस परिदृश्य में आप निफ्टी बेचकर शार्ट पोजीशन लेते हैं। वैसे, शार्ट पोजीशन का अर्थ यह है कि आप सेल साइड पर हैं।

ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस बहुत महत्वपूर्ण है। असल में, अक्सर यह कहा जाता है कि स्टॉप लॉस ट्रेडिंग में आपका मित्र हैं। आप यह निश्चित नहीं कर सकते कि स्टॉक मार्केट आपको कितना लाभ देगा परंतु आप यह अवश्य ही निश्चित कर सकते हैं कि आप कितना हारने को तैयार हैं।

नीचे दिए गए उदाहरण के द्वारा मैं आपको स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? यह दर्शाने की कोशिश कर रहा हूं की स्टॉप लॉस का शेयर बाजार में कितना महत्व है।इस समय भारतीय स्टेट बैंक का शेयर प्राइस ₹272.45 पैसे है और हम यह मान लेते हैं की मेरे दृष्टिकोण के अनुसार यह और ऊपर जाएगा और अगले कुछ दिनों में एसबीआईइन शेयर का भाव ₹300 पहुंचेगा। इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए मैंने एसबीआई के 100 शेयर बिना स्टॉप लॉस के खरीदें।

परंतु अचानक मार्केट में क्रैश आने के कारण शेयर प्राइस ₹300 को छूने की बजाय ₹50 घटकर ₹222.45 पैसे पर रुक गया। अब 2755 रुपए कमाने की बजाए (मैंने सोचा था की शेयर की प्राइस ₹27.55 पैसे तक बढ़ जाएंगे, ₹27.50 पैसे x 100 शेयर्स) मुझे ₹5000 का नुकसान हुआ (₹50 x 100 शेयर के मूल्य में गिरावट)।

इसी प्रकार इसी ट्रेड में यदि मैंने ₹10 के स्टॉप लॉस के साथ ट्रेड से एग्जिट करना निश्चित किया होता तो उसका अर्थ यह होता कि यदि एसबीआई के प्राइस ने ₹265.45 पैसे को छुआ होता तो मैं एग्जिट हो गया होता और मुझे केवल ₹1000 का नुकसान होता।

इस ट्रेड को मैं अधिकतर आदर्श 1:3 जोखिम और इनाम अनुपात में करता।ऊपर दिए गए उदाहरण के द्वारा हमने यह सीखा कि कैसे स्टॉप लॉस ऑर्डर की मदद से शेयर मार्केट में होने वाले नुकसान को हम सीमित कर सकते हैं।

इसलिए ट्रेड शुरू करने से पहले एक क्लियर टारगेट और स्टॉपलॉस निश्चित कीजिए और उस प्राइस पर सख्ती से एग्जिट कीजिए।

मेरा यह मानना है कि अब आप शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए तैयार हैं। यह आप जैसे उन सभी लोगों के लिए पूर्ण रूप से मार्गदर्शक है जो यह जानना चाहते हैं कि शेयर बाजार में निवेश कैसे कर सकते हैं और कैसे ट्रेडिंग कर सकते हैं।

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